रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ आज, जानें एक साल में कितनी बदली अयोध्या
Ram Mandir Pran Pratishtha Anniversary: रामलला के जन्मस्थान में विराजने की आज पहली वर्षगांठ है। आइए जानते हैं कि इस एक साल में अयोध्या कितनी बदली है और अयोध्या में कितना विकास हुआ है।
Ram Mandir Anniversary 2025: रामलला के अपने जन्म धाम में विराजने की आज पहली वर्षगांठ है। वर्षगांठ पर तीन दिवसीय समारोह शुक्रवार से शुरू हो चुका है। बीते एक साल में रामलला की नगरी में विकास की गतिविधियों और पर्यटक व श्रद्धालुओं की आवक में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। विकास के कारण मिली सुविधाओं, जमीनों के दाम बढ़ने और छोटे-बड़े कारोबार में इजाफे से अयोध्यावासियों की खुशी छिपाए नहीं छिपतीं।
‘एक साल में 3.50 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे राम मंदिर’
व्यापारी प्रदीप पांडेय कहते हैं कि राम मंदिर निर्माण के बाद यहां का जो कायापलट हुआ है वह रामराज्य नहीं तो और क्या है? राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या देश में धार्मिक पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है और प्रतिदिन यहां हजारों श्रद्धालु आ रहे हैं। एक साल में करीब 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने रामलला को शीश नवाया।
‘एक साल में दान में आए 363 करोड़ रुपए’
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि एक साल में 363 करोड़ रुपए से ज्यादा दान में मिल चुके हैं। 20 किलोग्राम सोना और 13 क्विंटल चांदी भी भक्तों ने आराध्या को समर्पित किया है। राम मंदिर को काउंटर पर ही 53 करोड़ रुपए दान में मिले।
राम पथ बना पहचान, सौर ऊर्जा से जगमग
अयोध्या में आज रामपथ भक्ति पथ, राम की पैड़ी, मंदिर मॉडल पर रेलवे स्टेशन अयोध्या की पहचान को गौरवान्वित कर रहे हैं। अयोध्या में रामपुर हरवारा के सरायरासी गांव में स्थापित सोलर पावर प्लांट से 20 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है जिससे शहर के सभी प्रमुख मार्ग सौर ऊर्जा युक्त एलईडी से जगमगा रहे हैं।
रियल एस्टेट में उछाल
राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या के रियल एस्टेट बाजार में संपत्ति की कीमतों में 10 गुना तक की वृद्धि हुई है। निवेशकों की बढ़ती रुचि और विकास परियोजनाओं के चलते यह क्षेत्र तेजी से उभर रहा है।
राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। पिछले छह महीनों में लगभग 11 करोड़ पर्यटक अयोध्या आए हैं। इससे होटल और अन्य कारोबार की चांदी हुई है।
स्थानीय लोगों ने क्या कहा?
स्थानीय युवक मनोज मिश्रा ने बताया कि अयोध्या कई वर्षों तक कठिनाइयों से जूझती रही। त्योहारों और पर्वों के दौरान सुरक्षाकर्मियों की बूटों की आवाजें गूंजती थीं। लेकिन अब अयोध्या के दिन बदल गए हैं। अयोध्या निवासी नरेंद्र वर्मा ने बताया कि यह वही अयोध्या है, जहां लोग आने से बचते थे, लेकिन अब पूरी दुनिया अयोध्या आने के लिए उत्सुक है। अयोध्या के विकास के केंद्र में सिर्फ और सिर्फ राम मंदिर है। अब अयोध्या की प्रगति रुकने वाली नहीं है।
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