मंदिर निर्माण के लिए आम लोग ही चंदा दे सकेंगे, वह भी कूपन के माध्यम से। ट्रस्ट ने 10 रुपये से लेकर 4 करोड़ रुपए तक के कूपन से चंदा लेने का निर्णय लिया है। 100रुपए के 8 करोड़ कूपन होंगे व 1000 रुपये के 12 लाख कूपन होंगे। चंपत राय ने बताया कि किस तरह से ट्रस्ट मकर संक्रांति से माघ पूर्णिमा तक 42 दिनों में पूरे देश में धन संग्रह के लिए व्यापक जन-संपर्क अभियान चलाएगा। इतने समय में कम से कम आधी आबादी तक पहुंचने की कोशिश होगी, ताकि आम आदमी को मंदिर निर्माण की प्रक्रिया से जुड़ने का अहसास हो सके।
चंपत राय ने कहा कि ट्रस्ट ने कंपनियों और सरकारों से राम मंदिर निर्माण के लिए आर्थिक मदद न लेने का फैसला किया है। मंदिर केवल आम जनता के पैसों से बनेगा, जिससे जनता कह सके कि इसमें हमारा योगदान है। हां, जनसंपर्क अभियान के दौरान आम लोगों के साथ-साथ सभी पार्टियों के नेताओं व सरकार में शीर्षस्थ स्तर पर बैठे लोगों के पास भी आर्थिक सहयोग लिए संपर्क किया जाएगा, लेकिन यह आर्थिक सहयोग उनका व्यक्तिगत होगा। इसमें पार्टी या सरकारी खजाने का एक भी रुपया नहीं लिया जाएगा।