ट्रस्ट के पदाधिकारियों के अनुसार राममंदिर आंदोलन के अगुआ रहे पूर्व गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी अब अयोध्या नहीं आ रहे हैं। अधिक उम्र होने के कारण यह दोनों नेता अपने-अपने आवास से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए समारोह में शामिल होंगे। जबकि, चौमासा नक्षत्र के कारण प्रयागराज के वासुदेवानंद महाराज अपनी गद्दी नहीं छोड़ सकते। इसी तरह अधिक उम्र होने के कारण सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के पैरोकार रहे के. परासरण भी चेन्नई से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए भूमिपूजन देखेंगे। यह दोनों ट्रस्ट के सदस्य हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कोरोना की वजह से अस्पताल में हैं। जबकि अयोध्या में रहने के बावजूद पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है कि वह कोरोना संक्रमण के कारण भीड़ का हिस्सा नहीं बनेगीं। भूमिपूजन समारोह को वह लाइव देखेंगी और बाद में रामलला के दर्शन करेंगी।
अयोध्या में रहेंगी पर भूमि पूजन में शामिल नहीं होंगी उमा भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती की तरफ से ट्रस्ट को सूचना मिली है कि वह अयोध्या में तो रहेंगी लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राम मंदिर के ‘भूमि पूजन’ समारोह में शामिल नहीं होंगी। उमा भूमि पूजन के समय सरयू तट पर प्रार्थना करेंगी। वह आधिकारिक समारोह के बाद इस स्थल का दौरा करेंगी।