Seira को भारतीय बाजार के पहले स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल के रूप में लॉन्च किया गया, हालांकि यह एसयूवी भारत में डिजाइन और निर्मित होने वाली पहला वाहन भी रहा। आज रतन टाटा के जनमदिन पर हम इनसे जुड़ी कुछ खास बातों पर नजर डालने जा रहे हैं:
सबसे सस्ती कार बनाने का वादा किया पूरा
रतन टाटा को उड़ने का बेहद शौक है। 2007 में वह F-16 फाल्कन का संचालन करने वाले पहले भारतीय बने। वहीं साल 2009 में, रतन टाटा ने एक ऐसी कार बनाने का वादा किया जिसकी कीमत केवल एक लाख होगी और इसलिए टाटा नैनो का जन्म हुआ। टाटा नैनो को लोगों ने खूब सराहा। लेकिन नए उत्सर्जन मानकों के अनुरूप ना
ढ़लने पर नैनो ने मार्केट से अलविदा कह दिया। रतन टाटा को कारों का बहुत शौक है, और उनके गैराज में मर्सिडीज बेंज एस-क्लास, मासेराती क्वाट्रोपोर्टे, मर्सिडीज बेंज 500 एसएल, जगुआर एफ-टाइप आदि गाड़ियां शामिल हैं।
ये भी पढ़ें : न हाथ, न पैर, फिर भी नहीं मानी हार! आनंद महिंद्रा ने भी किया जज्बे को सलाम
आज टाटा मोटर्स के पास भारत में अपने कारखानों में कारों के कई मॉडल का उत्पादन किया जा रहा है, लेकिन जब टाटा नैनो कार को जनवरी 2008 में लॉन्च किया गया था, तो इसने दुनिया की अब तक की सबसे सस्ती कार बनकर दुनिया का ध्यान खींचा। टाटा नैनो कार अभी भी कई भारतीयों के लिए पहली नई कार है।
इंडिका और सफारी ने टाटा की किस्मत बदली
टाटा मोटर्स की लोकप्रियता उस समय आसमान पर पहुंच गई, जब कंपनी ने साल 1998 में टाटा इंडिका को भारत में लॉन्च किया। इस कार को लोगों ने जमकर खरीदा। इस बीच कंपनी ने साल 1994 में 5 सीटर एसयूवी टाटा सुमो भी लॉन्च की, जो साल 2019 तक ब्रिकी के लिए उपलब्ध रही। वहीं वर्ष 1998 में ही टाटा मोटर्स ने सबसे पावरफुल एसयूवी टाटा सफारी लॉन्च की, जो आइकॉनिक एसयूवी के रूप में आज भी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है।
ये भी पढ़ें : Maruti के इन CNG कारों की भारी डिमांड! 1.2 लाख कारों की डिलीवरी का लोगों को इंतजार
JLR ग्रुप के डूबते सूरज को किनारे पर लाई Tata
टाटा मोटर्स ने अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में अपना नाम बनाकर सभी भारतीयों को गौरवान्वित किया है। टाटा मोटर्स ब्रिटिश जगुआर लैंड रोवर ग्रुप (जेएलआर ग्रुप) को निराशा की गहराइयों से बचाने में सफल रही, जहां कार उद्योग के अन्य दिग्गज बीएमडब्ल्यू और फोर्ड जैसी कंपनियां विफल रहे। साल 2013 में, JLR को संभालने के लगभग 5 वर्षों की अवधि में, Tata ने JLR को दुनिया की सबसे सफल कार कंपनियों में से एक बना दिया। इन सब के पीछे दिग्गज बिजनेसमैन रतन टाटा का हाथ रहा।