ऐसे में आपको 20/4/10 का रूल फॉलो करना चाहिए। इस फॉर्मूले से आप यह तय कर पाएंगे आपकी आय के हिसाब से कौन सी कार आपके लिए फिट बैठेगी। चलिए जानते हैं 20/4/10 के नियम के बारे में।
क्या है कार खरीदने का 20/4/10 नियम?
कार खरीदने के लिए 20/4/10 रूल को अपनाना चाहिए, जिससे आप अपने बजट के हिसाब से स्वयं तय कर सकते हैं कि, किस बजट रेंज में कार अफोर्ड कर सकते हैं। यह भी पढ़ें– 1 फरवरी 2025 से महंगी हो जाएंगी Maruti और Honda की ये पॉपुलर कारें, जानें इस महीने कितने रुपये की हो सकती बचत? कितना होनी चाहिए डाउन पेमेंट?
20/4/10 के नियम के मुताबिक, यहां पर 20 का मतलब है कि, आपको कार की ऑन-रोड कीमत का कम से कम 20% डाउन पेमेंट करना चाहिए। अगर ज्यादा कर सकते हैं तो अच्छी बात है।
कितनी होनी चाहिए लोन की अवधि?
20/4/10 के हिसाब से, 4 का मतलब है कि कार को अधिकतम चार साल के लिए फाइनेंस कराना चाहिए।
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यहां पर रूल के हिसाब से 10 का मतलब है कि, आपकी मंथली इनकम का 10% से अधिक कार पर खर्च नहीं होना चाहिए। इसमें कार लोन, बीमा, मेंटेनेंस और फ्यूल कॉस्ट भी शामिल है। इस तरह से ये रूल फॉलो करके आप अपनी पसंदीदा कार को घर ला सकते हैं।
इन बातों का भी खास रखें ध्यान
अगर आप ज्यादा डाउन-पेमेंट कर सकते हैं तो कर दें, यह सही कदम होगा। अपडेटेड मॉडल लेने के बजाय आप कार का बेस मॉडल या फिर पिछले साल के मैन्युफेक्चरिंग मॉडल को खरीद सकते हैं। यह आपको थोड़ा सस्ते में मिल जाएगा। नई कार खरीदने के बजाय आप आप यूज्ड कार भी ले सकते हैं ये भी बेहतर विकल्प है।
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