अब ऐसी खबर सामने आ रही है कि फोर्ड मोटर कंपनी ने फैसला किया है कि वो भारत में अपने दोनों मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में प्रोडक्शन बंद करेगी।
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अभी कोई आधिकारिक ऐलान नहीं करा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फोर्ड मोटर कंपनी ने कथित तौर पर भारत में अपनी दोनों विनिर्माण सुविधाओं को बंद करने का निर्णय लिया है। कंपनी ने इस निणर्य के पीछे मुनाफा न होने को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, अभी तक इसके बारे में फोर्ड मोटर की तरफ से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं करा है। ऐसा बताया जा रहा है कि इसकी औपचारिक घोषणा जल्द ही कर दी जाएगी।
कारों को आयात के माध्यम से बेचना जारी रखेगा
रिपोर्ट में कहा गया है कि फोर्ड ने अपने साणंद और मराईमलाई स्थित प्लांट्स में परिचालन बंद करने का फैसला किया है। क्योंकि भारत में उसे कुछ खास लाभ के संकेत नहीं दिख रहे हैं। वहीं सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में दावा करा गया है कि कंपनी देश में अपनी कुछ कारों को आयात के माध्यम से बेचना जारी रखेगा।
जनरल मोटर्स और हार्ले डेविडसन जैसी कंपनियों के बाद अब फोर्ड तीसरी अमरीकी कंपनी होगी जो भारत से आपना कारोबार समेटने की तैयारी कर रही है।
क्या कहते हैं बिक्री के आंकड़े
यदि Ford के वाहनों की बिक्री रिपोर्ट पर गौर करें तो ये काफी निराशाजनक आंकड़े हैं। बीते अगस्त माह में कंपनी ने देश भर में कुल 1,508 यूनिट्स वाहनों की ब्रिकी करी है। ये बीते साल अगस्त महीने में 4,731 यूनिट्स थें। इस दौरान कंपनी की बिक्री में पूरे 68.1 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। इसके साथ पैसेंजर कार सेग्मेंट में कंपनी का मार्केट शेयर बीते साल के अगस्त माह के 2 प्रतिशत के मुकाबले घटकर 0.6 प्रतिशत रह गया है।
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इस समय फोर्ड भारतीय बाजार में फिगो हैचबैक, एस्पायर सेडान कारों के साथ एसयूवी सेग्मेंट में इकोस्पोर्ट, एंडेवर और फ्रीस्टाइल मॉडलों की बिक्री करता है। बीते माह एंडेवर कंपनी की बेस्ट सेलिंग मॉडल रही है और इस दौरान कंपनी ने इस एसयूवी के कुल 928 यूनिट्स की सेल की है। वहीं फोर्ड फिगो महज सात यूनिट्स के साथ कंपनी का सबसे कम बेचा जाने वाला मॉडल है।