औरेया के शहर कोतवाली क्षेत्र के मिहौली नेशनल हाईवे जहां 24 अप्रवासियों ने घर पहुंचने की चाह में अपनी जान गवां दी वहां हादसे के वक्त अंधेरा था। दिल्ली-कोलकाता हाईवे पर जिस ढाबे के पास चाय पीने के लिए मजदूरों से भरी डीसीएम रुकी थी वह चरूहली गांव कहलाता है। घायलों की चीख पुकार पर ग्रामीण दौड़े और उन्होंने राहत और बचाव का कार्य शुरू किया। जब तक पुलिस प्रशासन की गाड़ियां पहुंचतीं तब तक ट्रक के नीचे दबे लोगों को ग्रामीण निकाल चुके थे। ग्रामीणों ने बताया कि जब मलबे के नीचे दबे मजदूरों को निकाला गया तक उनमें कुछ की सांसें चल रही थीं। उन्हें पानी पिलाया गया। घायलों ने ग्रामीणों को अस्पताल पहुंचाने के लिए अपने स्तर से वाहनों का भी इंतजाम किया लेकिन तब तब स्थानीय थाने की पुलिस टीम आ चुकी थी। घायलों को पौ फटने से पहले अस्पताल पहुंचाया गया। सैफई के मेडिकल कालेज में समय से पहुुच जाने की वजह से बहुत से मजदूरों की जान बचायी जा सकी। घटना के बाद मजदूरों के सामान इधर-उधर बिखरे हुए हैं। हर तरफ तबाही का मंजर है।
पुलिस ने बताया कि दोनों ट्रक में मजदूर सवार थे। दिल्ली से आया ट्रक ढाबे के पास रुका था। कुछ लोग चाय पी रहे थे। तभी राजस्थान से आ रहे ट्रक ने उसमें टक्कर मार दी। इसमें चूना भरा हुआ था और 30 मजदूर सवार थे। जो लोग चाय पीने ट्रक से उतरे थे उनकी जान बच गई। चश्मदीदों ने बताया कि हादसा राजस्थान से आ रहे ट्रक ड्राइवर की झपकी लगने से हुआ। टक्कर के बाद दोनों ट्रक पलट गए। चूने की बोरियों में मजदूर दब गए।
औरैया एसपी कार्यालय की तरफ से हेल्पलाइन नंबर एसपी सुनीति के अनुसार, इन नंबर पर कॉल करके जानकारी प्राप्त की जा सकती है। हेल्पलाइन नंबर है- 9454402897, 9415714721 और लैंड लाइन-05683-249660…। मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतक मजदूरों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों के उपचार के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है। कहा कि पीड़ितों को हर संभव राहत प्रदान की जाए और घायलों का समुचित इलाज हो। वहीं, समाजवादी पार्टी ने भी प्रदेश के प्रत्येक मृतक के परिवार को एक लाख रुपए की मदद पहुंचाने की घोषणा की है।
सीएम योगी ने दुर्घटना की जांच कराने और दोनों ट्रक मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए ट्रकों को सीज करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही घटना के लिए जिम्मेदार थानाध्यक्षों को तत्काल सस्पेंड करने का निर्देश दिया है। डीएसपी को कड़ी चेतावनी देते हुए आगरा के एडीजी, आईजी, एसएसपी, मथुरा के एसएसपी और अपर पुलिस अधीक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया है।