ज्योतिष शास्त्र की मानें तो जो लोग दिसंबर के फर्स्ट हाफ यानी 1 से 14 तारीख के बीच जन्मे हैं वे आलसी और अकड़ू होते हैं। उन्हें जीवन में अगर एक बार कोई उपलब्धि मिल जाए तो सारी उम्र उसी से चिपके रहते हैं, आगे बढ़ने की नहीं सोचते।
सच के साथी होते हैं दिसंबर में जन्मे लोग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी साल के दिसंबर महीने में आपका या आपके बच्चे का जन्म हुआ है तो उसका रूझान सच के साथ खड़े होने का होगा। दिसंबर में जन्मे लोग प्रायः ईमानदार स्वभाव के होते हैं और सच्चाई के लिए डटे रहते हैं। ये गलत व्यक्ति या किसी गलत बात का पक्ष नहीं लेते।भरोसेमंद और दयालु होते हैं ये लोग
दिसंबर में जन्मे लोगों की एक अन्य विशेषता इनका दयालु होना है। संवेदनशील होने से ये दूसरों को अच्छे से समझते हैं और भरोसेमंद होते हैं। इनमें दया होती है और अपना ज्ञान व अन्य चीजें दूसरों से बांटने में पीछे नहीं रहते। ये अपनों का कभी साथ नहीं छोड़ते। पार्टनर और परिवार का साथ देते हैं।बुद्धिमान होते हैं दिसंबर में जन्मे लोग
ऐसे बच्चे जिनका जन्म दिसंबर में होता है ईश्वर में उनका अटूट विश्वास होता है। ये आध्यात्मिक प्रवृत्ति के और कर्तव्य के प्रति समर्पित रहने में विश्वास रखते हैं। ये डाउन टू अर्थ यानी जमीन से जुड़े रहते हैं। यह बातें इन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।दिसंबर में जन्मे लोगों की खामियां
दिसंबर में जन्मे लोगों में कई और महीनों की तरह कुछ खूबियां होती हैं तो कुछ खामियां भी होती हैं। आइये जानते हैं इनकी नकारात्मक बातें ..आलसी और अभिमानी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसे लोग जिनका जन्म दिसंबर में हुआ है, वो प्रायः अभिमानी और आलसी होते हैं। मौका मिलते ही ये दूसरों पर निर्भर हो जाते हैं। ये हर व्यक्ति से कुछ न कुछ अपेक्षा रखते हैं और खुद कुछ करना नहीं चाहते। इसके कारण घर के लोगों से उलझते रहते हैं। परिवार से प्यार तो करते हैं पर शिकायतें भी करते रहते हैं।
नहीं आता तालमेल बिठाना
दिसंबर में जन्मे लोगों की एक बड़ी खामी लोगों के साथ तालमेल बिठा पाने में असफल रहना है। ये भावुकता में कई बार लोगों को खीझ दिला देते हैं। ये भी पढ़ेंः
ये है लकी नंबर और लकी डे
आपका बच्चा दिसंबर बार्न है तो उसका लकी नंबर 1,3, 8 और लकी डे संडे, वेडनेसडे और सैटरडे होगा। इनका लकी कलर येलो, ब्राउन, रेड, परपल होगा। इन्हें मछलियों को आटा खिलाना चाहिए और किसी मंदिर में धार्मिक पुस्तकें दान करना चाहिए।डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।