थाईलैंड सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला
थाईलैंड के सर्वोच्च न्यायालय (Supereme Court) के न्यायधीशों ने पूर्व प्रधानमंत्री को दोषी करार दिया। जजों ने पाया कि थाकसिन ने अवैध लॉटरी को अनुचित तरह से वैध रूप में तब्दील करने के प्रयास में आधिकारिक नियमों या कानून का उल्लंघन किया। बता दें कि अवैध रूप से लॉटरी चलाने से जिससे वर्ष 2003 और 2006 के बीच कथित रूप से 5.38 करोड़ डॉलर की हानि हुई थी। हालांकि, थाकसिन के पद से हटते ही इस प्रक्रिया को रोक दिया गया।
धोखाधड़ी मामले में भी सुनाई गई है तीन साल की सजा
थाकसिन को 2006 में सैन्य तख्तापलट में अपदस्थ कर दिया गया था। इसके बाद से 2008 से वह थाईलैंड में नहीं रह रहे हैं। बताया जाता है कि वह उस समय हितों के टकराने के मामले में दो साल की सजा से बचने के लिए देश छोड़कर भाग गए थे। आपको बता दें कि इससे पहले अप्रैल में उन्हें एक बैंक धोखाधड़ी मामले में भी तीन साल की सजा सुनाई जा चुकी है।
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राजनीति से प्रेरित है आरोप: थाकसिन
वहीं, जब मीडिया ने इस फैसले पर थाकसिन की प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया तो वह उपलब्ध नहीं हुए। हालांकि, इससे पहले उन्होंने लगातार खुद पर लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया था।