शेर मोहम्मद ने कहा कि तालिबान भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनाना चाहता है। उन्होंने लश्कर औ जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को लेकर भी बड़ी बात कही। स्टानिकजई ने कहा कि, तालिबान लश्कर या जैश आतंकियों को अफगान जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देंगे।
शेर मोहम्मद ने भारत के साथ संबंधों पर कहा, ‘हमारी विदेश नीति सभी पड़ोसी देशों और दुनिया के साथ अच्छे रिश्ते बनाना है। हम अमरीका और नाटो के साथ भी अच्छे संबंध बनाना चाहते हैं। हम भारत के साथ सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्ते बरकरार रखना चाहते हैं।’
सिर्फ भारत अफगानिस्तान के हित में सोचता है
वहीं एक अन्य तालिबानी नेता मौलवी जियाउल हक्कमल ने भी निजी चैनल से बातचीत में कहा है कि तालिबान के कम से कम एक बड़े और प्रभावशाली धड़े को इस बात का एहसास है कि भारत ने अफगानिस्तान में कई विकास कार्य यूंही नहीं किए और शायद एक भारत ही ऐसा मुल्क है जो अफगानिस्तान के हित में इमानदारी से सोचता है।