विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया ट्वीट
अली के परिवार में उनकी पत्नी तुहफा जमान अली और दो बेटे हैं। बांग्लादेशी राजनयिक की मौत पर भारत ने भी शोक जाहिर किया है। एक ट्वीट में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘वह एक अच्छे दोस्त और हमारे लिए एक मजबूत साथी रहे।’ अली 1968 में पाकिस्तानी विदेश सेवा में शामिल हुए थे। लेकिन 1971 में बांग्लादेश के बनने के बाद उन्होंने बांग्लादेश के प्रति अपनी निष्ठा जताई। वह वाशिंगटन डीसी में बांग्लादेश मिशन के संस्थापक सदस्य बने।
यूनेस्को में बांग्लादेश के स्थायी प्रतिनिधि
अली, पेरिस में यूनेस्को में बांग्लादेश के स्थायी प्रतिनिधि भी रहे। राजनयिक ने वारसॉ, नई दिल्ली (1986-88), न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में स्थायी मिशन, खाड़ी के दौरान जेद्दा के काउंसिल जनरल, भूटान, ईरान, सीरिया, लेबनान, तुर्कमेनिस्तान, फ्रांस और पुर्तगाल में अपनी सेवाएं दीं।