दरअसल 46 साल के शिपिंग फर्म के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीनी नागरिक शेन झू की हत्या सोमवार को कराची में एक बंदूकधारी ने कर दी थी। यह वारदात उस समय हुई जब कराची के क्लिफ्टन क्षेत्र में वह एक अन्य चीनी नागरिक के साथ किराने की दुकान से खरीददारी करके निकल रहे थे। इस घटना में वहां से गुजर रहे 30 वर्षीय राहगीर के पैर में भी गोली लगी। हत्या के बाद से पाकिस्तान सरकार पर चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भारी दबाव है। बताया जा रहा है कि इस दबाव को कम करने के लिए पाक सरकार ने भारत पर ये आरोप मढ़े हैं। इसके पीछे पाकिस्तान का तर्क यह है कि चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी ) में भारत बहुत ज्यादा रुचि ले रहा है। भारत नहीं चाहता कि सीपीईसी पर काम पूरा हो। चीन और पाक के बीच बढ़ते कारोबार रिश्ते को वो खराब करना चाहता है।
इकबाल का आरोप है कि पड़ोसी देश के प्रतिनिधि कई बार कह चुके हैं कि वो चीन और पाक के बीच कारोबार बढ़ने के खिलाफ है। भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव ने भी माना है कि भारतीय खुफिया एजेंसियां चीन-पाक इकोनॉमिक कॉरिडोर को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट में कार्यरत चीनी नागरिकों की रक्षा के लिए पाकिस्तान ने दस हजार जवानों का एक मजबूत बल बनाया है। इसके बावजूद भारत ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है।