तालिबान के प्रवक्ता जबिहुल्ला मुजाहिदीन ने ट्विटर पर कहा कि तालिबान दुश्मन सेनाओं पर किसी तरह का हमला नहीं करेगा। मगर संभावित खतरे के खिलाफ खुद की हिफाजत के लिए हथियार जरूर उठाएगा। तालिबान के इस ऐलान का राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) ने भी स्वागत किया है। उन्होंने अफगान बलों को तीन दिनों की युद्धविराम संधि को पालन करने का निर्देश दिया है।
अशरफ गनी ने ट्वीट में कहा कि वह तालिबान के युद्धविराम ऐलान का स्वागत करते हैं। अफगान सरकार शांति के प्रस्ताव को स्वीकार करती है। कमांडर इन चीफ के रूप में वे एएनडीएसएफ को तीन दिन के युद्धविराम संधि के पालन का निर्देश देते हैं। इस दौरान किसी तरह के हमले के खिलाफ ही बचाव के लिए कोई कदम उठाएंगे।
गौरतलब है कि बीते कई सालों से तालिबान और सरकार के बीच संघर्ष का दौर जारी है। अमरीका दोनों के बीच शांति समझौते के पक्ष में हैं। वह मध्यस्था की भूमिका अदा कर रहा है। मगर कई दौर की बातचीत के बाद भी इस पर सहमति नहीं बन सकी है। तालिबान अफगानिस्तान सरकार में अपनी हिस्सेदारी चाहता है। वहीं सरकार इसे सीमित करने के पक्ष में हैं। इसे लेकर कई बार शांति समझौते के प्रयास विफल साबित हुए हैं।