प्रदर्शनकारियों का मकसद चीन से आए लोगों से उनके इस संघर्ष में सहयोग हासिल करना था। लेकिन यह विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया और प्रदर्शनकारियों की पुलिस से जमकर झड़पें हुई। बाद में पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में ले लिया।
एक महीने से जारी है बिल के खिलाफ प्रदर्शन
हांगकांग में पिछले एक महीने से इस तरह का प्रदर्शन चल रहा है। बीते सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने संसद में भी घुसने का प्रयास किया था। इनका मुख्य मकसद उस बिल को खारिज कराना है, जिसके तहत हांगकांग के संदिग्धों और आरोपियों को चीन प्रत्यर्पित करने का प्रावधान रखा गया है। हांगकांग के लोग और कई जानकार इस हांगकांग की कानून व्यवस्था की आजादी पर खतरा बताते हैं।
विरोध बढ़ने के बाद हुआ था बिल सस्पेंड करने का ऐलान
विरोध बढ़ने का काफी बाद कुछ हफ्ते पहले हांगकांग की सुप्रीम लीडर कैरी लैम ने इस अनिश्चितकाल तक के लिए टालने का ऐलान किया था। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से बिल के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुए परेशानियों को लेकर माफीनामा भी पेश किया था।
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चीन के लोगों को हो प्रदर्शन के बारे में जानकारी
सस्पेंशन के बाद भी नाखुश हांगकांग के लोगों की मांग है कि बिल को स्थाई रूप से निरस्त किया जाए। इसके साथ ही अब, पुलिस की ओर से आंसू गैस और रबड़ की गोलियों के इस्तेमाल की स्वतंत्र जांच, गिरफ्तार लोगों के लिए माफी और गैर निर्वाचित नेता कैरी लैम के पद से इस्तीफा देने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। आयोजकों की माने तो रविवार को हुए मार्च सिम शा सूई में ढाई लाख से अधिक लोग सड़कों पर आए थे। सिम शा सूई में काफी संख्या में चीनी पर्यटक घूमने आते हैं। आयोजकों का उद्देश्य था कि प्रोटेस्ट मार्च के जरिए वो चीन के लोगों को इस प्रदर्शन के कारण और इसकी गंभीरता से अवगत करा सकें।