एमपी-महाराष्ट्र के बीच नई रेल लाइन, 3 जिलों के इन 77 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहित
शातिर ठग जब समझ गया कि हरवीर सिंह डर गए हैं तो उसने लगातार उन्हें कॉल पर जोड़े रखा और अधिकारियों से बातचीत की बात कहते हुए आधार कार्ड व अकाउंट नंबर ले लिया। वीडियो कॉल पर जुड़े होने के कारण हरवीर सिंह जब करीब ढ़ाई घंटे तक अपने कमरे से बाहर नहीं आए तो परिजन को शक हुआ। परिजन ने दरवाजा खटखटाया तो हरवीर सिंह ने दरवाजा खोलने से मना कर दिया जिससे परिजन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो दरवाजा खुला और जैसे ही शातिर ठग ने असली पुलिस को देखा तो फोन काट दिया। हरवीर सिंह के मुताबिक उनसे ऑनलाइन पैसों की डिमांड की जा रही थी। अशोकनगर थाना टीआई मनीष शर्मा ने बताया कि पुलिस को देखते ही ठगों ने कॉल डिसकनेक्ट कर दिया था। साइबर पुलिस की मदद से मामले की जांच की जा रही है।