काल डिटेल से खुला हत्या का राज पुलिस ने जांच के दौरान ठेकेदार दिलीप यादव के मोबाइल नम्बर और महिला के मोबाइल नम्बरों के काल डिटेल प्राप्त कर जांच की। जांच में पता चला कि कि दोनों के बीच विगत डेढ़ दो सालों से रोजाना देर रात तक बातचीत हुआ करती थी और शाम को अंधेरा होने के बाद दोनों भोलगढ़ के पास जंगल में मिला करते थे।
महिला को करने लगा था ब्लैकमेल विगत कुछ दिनों से ठेकेदार महिला को बदनाम करने का डर दिखाकर ब्लैकमेल करने लगा। पहले बीस हजार रुपए ऐंठ लिए और फिर से बीस हजार रुपए की मांग कर रहा था। इससे परेशान होकर 30 अक्टूबर की शाम महिला ने अपने मोबाइल से बात करके दिलीप यादव को भोलगढ़ के जंगल में बुलाया। यहां उसे बातों में लगा लिया तभी पीछे से महिला के पिता बारेलाल व एक नाबालिग ने दिलीप यादव को पकड़कर गला घोंटकर मार दिया और हत्या को छुपाने के लिए तीनों ने महुआ के पेड़ में गमछे से फांसी पर टांग दिया। सभी को लगा कि ठेकेदार ने खुद फांसी लगाई है।