तीन भारतीयों की दर्दनाक मौत
एरिजोना में एक जमी हुई झील में गिर कर 49 वर्षीय नारायण मुद्दन (Narayan Muddan)और 47 वर्षीय गोकुल मेदिसेटी (Gokul Mediseti) सहित हरिता मुड्डाना (Haritha Muddana) (उम्र अज्ञात) की मौत हो गई है। तीनों चैंडलर, एरिजोना (Chandler, Arizona) में रह रहे थे और मूल रूप से भारत के रहने वाले थे। चांडलर फीनिक्स का एक उपनगर है। हरिता को जल्द ही पानी से बाहर निकाल लिया गया था लेकिन जीवन रक्षक उपायों के बावजूद घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। मंगलवार दोपहर बाकी दोनों की भी लाश मिली थी। यह घटना 26 दिसंबर की बताई जा रही है।
इस तरह की इमरजेंसी के दौरान शहर के कुछ हिस्सों में लूटपाट की सूचना मिली है। बफेलो पुलिस आयुक्त जोसेफ ग्रैगामालिया ने कहा कि लूटपाट में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह भोजन और दवा और डायपर चोरी करने वाले लोग नहीं हैं। वे दुकानों को नष्ट कर रहे हैं। वे टीवी, सोफे, जो कुछ भी उनके हाथ लग सकता है, चुरा रहे हैं।
बॉम्ब साइक्लोन ने अकेले मंगलवार की सुबह लगभग 4,800 सहित हजारों उड़ानें रद्द करने को मजबूर कर दिया है। देश भर के हवाईअड्डों पर हजारों यात्री फंसे हुए हैं। सबसे अधिक प्रभावित न्यूयॉर्क के शहर बफेलो में मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है, जबकि हजारों लोग अभी भी बिना बिजली के हैं। बफेलो में यातायात सुचारू करने के लिए सैन्य पुलिस को लाया जा रहा है। न्यूयॉर्क में अधिकारियों ने कहा है कि आपातकालीन कर्मियों को तूफान के बचे लोगों की तलाश में कार दर कार जाना पड़ रहा है, कारों और बर्फ के किनारों में शव मिल रहे हैं।
घातक तूफान में मरने वालों में एक 22 वर्षीय महिला भी शामिल थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, न्यूयॉर्क के बफेलो में 22 साल की एनडेल टेलर (Andell Taylor)18 घंटे तक बर्फ में फंसी रही। जब वह काम से घर लौट रही थी तो फंस गई। टेलर द्वारा भेजे गए और उसकी बहन द्वारा फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि उसका वाहन खिड़कियों और रियर-व्यू मिरर तक बर्फ में ढका हुआ है। 18 घंटे बाद उसकी मौत हो गई।