ईरान आतंकवाद की मदद करता है: पोंपियो
अमरीकी राज्य सचिव माइकल पोंपियो ने कहा कि आतंकवाद का इस्तेमाल ईरानी सरकार की विदेशी नीति के केंद्र विन्दु में शामिल रहा है। आईआरजीसी और क्योड्स आतंक को फैलाने के लिए काम करते हैं। सोमवार को पोंपियो ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ईरानी सरकार की ओर से जब तक अपने घातक महत्वकांक्षाओं को नहीं छोड़ दिया जाता है तबतक अधिकतम दबाव बनाया जाएगा। पोंपियो ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि बहुत सारे चैप्टर में से यह एक चैप्टर है और अभी बहुत आना बाकी है। आईआरजीसी केवल ईरान के सुप्रीम नेता को जवाबदेह है। यह एक जैसे-को तैसा वाला सिद्धांत के तहत उठाया गया कदम है, क्योंकि ईरान ने इससे पहले अमरीकी सेना को काली सूची में डालने की धमकी थी।
अमरीका: यूएस होमलैंड सिक्योरिटी के प्रमुख कर्स्टजेन नीलसन ने इस्तीफा दिया
1979 में आईआरजीसी का हुआ था गठन
ईरानी क्रांति के बाद अप्रैल 1979 में आईआरजीसी का गठन किया गया था। ईरानी सैन्य बलों की एक शाखा आईआरजीसी को सऊदी अरब और बहरीन पहले ही आतंकवादी संगठन घोषित कर चुके हैं। आईआरजीसी पर प्रतिबंध लगाने और इसे आतंकी संगठन घोषित करने को लेकर अधिकारी कई महीनों से बहस करते रहे थे। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो जुलाई 2018 की रिपोर्ट में यह बताया गया था कि प्रशासन ऐसा करने पर विचार कर रहा है। बता दें कि इससे पहले बीते दिनों जब अमरीका की ओर से यह घोषणा की गई थी कि आईआरजीसी को आतंकी संगठन घोषित किया जाएगा, इसपर ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। ईरान ने साफ-साफ अमरीका से कहा है कि यदि ऐसा हुआ तो वह भी पीछे नहीं हटेगा और अमरीकी सेना को लेकर ठोस कदम उठाएगा। ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि यदि अमरीका ने ऐसा किया तो वह भी अमरीकी सेना को आतंकी संगठन घोषित करेगा और आतंकी संगठनों की सूची में डाल देगा। ईरानी संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के अध्यक्ष हशमतउल्ला ने कहा था ‘अगर अमरीका ने ऐसा किया तो हम भी उसकी सेना को आतंकियों की सूची में डालने से पीछे नहीं हटेंगे।’
Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर .