आइए नज़र डालते हैं राहुल के 6 बड़े बयान और उनके मायनों पर –
1) नए संसद भवन पर राहुल का बयान
नए संसद भवन पर बयान देते हुए राहुल ने कहा कि इसका उद्घाटन सरकार का बेरोजगारी, महंगाई, नफरत, शिक्षा संस्थानों में कमी जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना था। राहुल का मानना है कि बीजेपी इन मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती।
अगर इस बयान के मायने समझें तो साफ़ है कि राहुल गांधी सीधे तौर पर तो नए संसद भवन पर कुछ नहीं बोले, लेकिन संसद भवन पर बिना टिप्पणी किए बिना देश की सरकार और बीजेपी पर उन्होंने निशाना साधा।
2) पीएम मोदी पर बयान
हर बार की तरह राहुल गाँधी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ा। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि भारत में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो सोचते हैं कि वो सबकुछ जानते हैं।
राहुल ने कहा कि ऐसे को लगता है कि वो भगवान से ज्यादा जानते हैं। वो लोग भगवान के सामने बैठकर उन्हें भी समझा सकते हैं कि ब्रम्हांड में क्या चल रहा है। राहुल ने ऐसे लोगों की तुलना साफ़ तौर पर पीएम मोदी से की।
राहुल ने आगे कहा कि जब वैज्ञानिक के पास जाते हैं, तो उन्हें विज्ञान के बारे में बताते हैं। और जब वह इतिहासकार के पास जाते हैं, तो उन्हें इतिहास के बारे में बताते हैं। इस बयान के मायने देखें जाए, तो राहुल ने हर बार की तरह इस बार भी पीएम मोदी पर निशाना साधा।
3) भारत जोड़ो यात्रा पर
भारत जोड़ो यात्रा पर बयान देते हुए राहुल ने कहा कि बीजेपी ने उनकी यात्रा को रोकने की पूरी कोशिश की, पर लोगों के साथ की वजह से बीजेपी कामयाब नहीं हुई।
इस बयान के मायने देखें जाए, तो एक बार फिर राहुल ने बीजेपी पर निशाना साधा।
4) एजेंसियों के इस्तेमाल पर
राहुल ने कहा कि भारत में राजनीति के सामान्य टूल्स जैसे जनसभा, रैली, लोगों से बातचीत आदि अब काम नहीं कर रहे हैं। साथ ही राहुल ने केंद्र सरकार पर देश की एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया।
इस बयान के मायने देखें जाए, तो राहुल ने एजेंसियों के इस्तेमाल की आड़ में फिर पीएम मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधा।
5) महिला आरक्षण और सुरक्षा पर
महिला सुरक्षा पर बोलते हुए राहुल ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी, तब उनकी सरकार महिलाओं के आरक्षण पर बिल लाना चाहते थे, पर उनके कुछ सहयोगी दल इस बात पर सहमत नहीं हुए। राहुल ने यह भी कहा कि अगर उनकी पार्टी फिर से सत्ता में आती है तो वह महिला आरक्षण बिल लाएंगे।
महिला सुरक्षा पर बात करते हुए राहुल ने कहा कि महिलाओं को सशक्त करने, उन्हें सरकार और बिज़नेस में जगह देने से महिलाएं सशक्त होंगी।
इस बयान के मायने देखें जाए तो यह साफ है कि राहुल इस मुद्दे का आगे चुनावी प्रचार के दौरान इस्तेमाल कर सकते हैं।
6) भारत में मुस्लिमों की स्थिति पर
राहुल ने कहा कि भारत में मुस्लिमों पर अत्याचार हो रहा है। राहुल ने कहा कि सिर्फ मुस्लिमों पर ही नहीं, देश में दलितों पर भी अत्याचार हो रहा है। राहुल ने कहा कि नफरत को नफरत से नहीं, प्यार से हराया जा सकता है। राहुल ने कहा कि वह इसको चुनौती देंगे और लड़ेंगे।
इस बयान के मायने देखें जाए, तो राहुल ने एक बार फिर मुस्लिमों की स्थिति को मुद्दा बनाते हुए उसका इस्तेमाल करने की कोशिश की है।