मई में ट्रंप की थी आलोचना
निक्ली हेली के इस्तीफे को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं । दरअसल इसी साल मई में निक्की हेली ने कहा था कि उन्हें ट्रंप की बात करने की शैली पसंद नहीं है और इससे राजनयिक क्षेत्र में संबंधों में जटिलता आई है। हेली ने एक अमरीकी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा था कि उनकी (ट्रंप) बात करने की अलग शैली है लेकिन मैं यहां उनका बचाव नहीं करूंगी। हेली ने चैनल से कहा था कि अगर ट्रंप कोई बात इस प्रकार करते हैं, जिससे मैं असहज महसूस करती हूं तो मैं उसका विरोध करती हूं और अपनी राय से भी उन्हें अवगत कराती हूं।
फरवरी में भी किया था ट्रंप का विरोध
इस साल फरवरी में भी निक्की हेली ने ट्वीट के जरिए अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप के उनकी बात करने की शैली से असहमति जताई थी, जिसमें उन्होंने मादक पदार्थो की तस्करी पर समुचित ध्यान न देने के लिए लैटिन अमरीकी देशों को दोषी ठहराया था।
कौन हैं निक्की हेली?
निक्की का पूरा नाम निमराता निक्की रंधावा हेली है। भारतीय मूल की निक्की हेली का जन्म सिख परिवार में हुआ जो कि बाद में ईसाई धर्म को अपना लिया। 44 साल की हेली को रिपब्लिकन पार्टी में एक उभरते हुए सितारे के रुप में देखा जाता है। राष्ट्रपति चुनाव में निक्की हेली ने डोनाल्ड ट्रंप को वोट दिया था लेकिन साथ में यह भी कहा था कि वह न तो ट्रंप की फैन हैं और न ही हिलेरी क्लिंटन की। निक्की हेली अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाली पहली महिला थीं जो साउथ कैरोलाइना की गवर्नर बनीं थीं। निक्की अमरीका के निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा की सदस्य भी रह चुकी हैं।