डॉ एंथनी फाउची के अनुसार यह बेहद दुखद है। इनमें से कई मौतों को टाला भी जा सकता था। गौरतलब है कि अमरीका में अब तक 605,000 लोग वायरस से अपनी जान गंवा चुके हैं।
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डॉ. एंथनी फाउची ने मीडिया में इस पर बात करते हुए कहा कि यह बेहद निराशाजनक है कि युवा वैक्सीनेशन के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ा दुश्मन कोरोना वायरस है। मगर हमारे पास उसका बचाव भी मौजूद है।
वैैक्सीनेशन बेहद असरदार है। ऐसे में ये मौतें दुखद हैं। उन्होंने सवाल करा कि क्यों टीकाकरण को पूरे देश में लागू नहीं किया जा रहा? कई अमरीकियों द्वारा वैक्सीन के विरोध के बारे में फाउची का कहना है कि कुछ लोग वैचारिक कारणों से वैक्सीन के खिलाफ हैं तो कुछ सिर्फ विज्ञान-विरोधी हैं।
मतभेद दूर करने की अपील
डॉ.फाउची का कहना है कि देश के पास संक्रमण से बचने के लिए इलाज मौजूद है। उन्होंने कहा कि लोग सभी मतभेदों को दूर करे और वैक्सीन लगवाएं। सभी के लिए सबसे बड़ा दुश्मन ये वायरस है। फाउची ने अमरीका को वैक्सीन के मामले में भाग्यशाली बताया क्योंकि उसके पास पर्याप्त टीके हैं।
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वैैक्सीनेशन में आगे अमरीका
हालांकि वैक्सीनेशन के मामले में अमरीका कई देशों से आगे है। अब तक यहां 33 करोड़ लोगों को वैक्सीन डोज ले चुके हैं। करीब 15 करोड़ लोग टीके की दोनों खुराकें लगवा चुके हैं।