अंबिकापुर ब्लॉक के ग्राम कुल्हाड़ी से सरगवां मुख्य मार्ग तक करीब 6 किलोमीटर की सडक़ प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत कराया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक पर रखकर रात के अंधेरे में निर्माण कार्य कराया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सडक़ बनने के साथ ही पीछे से उखडनी शुरू हो गई है।
रात के अंधेरे में कराया जा रहा काम
स्तरहीन निर्माण का पता न चल सके इसलिए विभाग की मिली भगत से ठेेकेदार द्वारा रात के अंधेरे में काम कराया जा रहा है। मौके पर न तो इंजीनियर रहते हैं और न ही ठेकेदार की मौजूदगी। केवल मजदूरों के भरोसे करोड़ों की सडक़ का घटिया काम अंधेरे का फायदा उठाकर कराया जा रहा है।
जूते की ठोकर भर से ही उखड़ जा रही सडक़
सडक़ का ऐसा निर्माण कराया जा रहा है कि जूते की ठोकर मारने मात्र से सडक़ पर बिछाया गया डामर उखड़ जा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस स्तर की सडक़ बनाई जा रही है।
ग्रामीणों ने सडक़ निर्माण को लेकर ये कहा
सरगवां निवासी आशुतोष चक्रवर्ती का कहना है कि पीएमजीएसवाई के तहत निर्माण कराई जा रही सडक़ की गुणवत्ता सही नहीं है। आगे सडक़ बनती जा रही है और पीछे से उखड़ भी रही है। वहीं सडक़ का निर्माण रात के अंधेरे में कराया जा रहा है।
गुणवत्ताविहीन सडक़ निर्माण के संबंध में पत्रिका के रिपोर्टर ने पीएमजीएसवाई के अधिकारी यतिन्द्र शुक्ला के मोबाइल पर कई बार फोन लगाकर उनका पक्ष जानना चाहा। लेकिन उन्होंने फोन ही रिसीव नहीं किया।