हालांकि प्रसूता को हल्की चोट आई है। बताया जा रहा है कि ड्राइवर शराब के नशे में धुत था। मौके पर पुलिस के पहुंचने के बाद भी वह वहां से फरार हो गया। बाद में किसी तरह वाहन को नीचे उतारा गया।
शासन द्वारा जच्चा-बच्चा को घर से सुरक्षित अस्पताल लाने व उन्हें अस्पताल से घर तक छोडऩे के लिए महतारी एक्सप्रेस की सुविधा प्रदान की गई है। इस योजना से काफी लोग लाभान्वित भी हो रहे हैं लेकिन कभी-कभी ड्राइवरों की लापरवाही मरीजों पर भारी पड़ जाती है। वाहनों की तेज रफ्तार व शराब के नशे में वाहन चलाने से लोगों की जान तक चली जा रही है।
ऐसे में जच्चा-बच्चा को लेकर तेज रफ्तार में वाहन चलाना घोर लापरवाही को दर्शाता है। ऐसा ही एक मामला बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम रघुनाथनगर से बुधवार की दोपहर सामने आया है। उत्तर प्रदेश के ग्राम बभनी निवासी सीताकुंवर २० वर्ष को प्रसव पीड़ा होने पर रघुनाथनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था।
यहां उसने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। बुधवार की दोपहर करीब 3 बजे अस्पताल से महतारी एक्सप्रेस क्रमांक सीजी 02-5616 का ड्राइवर जयदीप साहू प्रसूता सीताकुंवर, 2 दिन के नवजात तथा उसकी मां लखपति 48 वर्ष को छोडऩे ग्राम बभनी जा रहा था।
वह अस्पताल से निकला ही था कि रास्ते में हल्की मोड़ के पास तेज रफ्तार में होने के कारण महतारी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि महतारी सड़क किनारे स्थित देवलाल साहू के घर के ऊपर चढ़ गई।
नशे में था ड्राइवर, बाल-बाल बचे प्रसूता व नवजात
हादसे में प्रसूता व नवजात बाल-बाल बच गए। नवजात को जहां खरोंच तक नहीं आई, वहीं प्रसूता को हल्की चोट लगी है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ड्राइवर शराब के नशे में था।
मौके पर पुलिस भी पहुंची लेकिन ड्राइवर उनके सामने वाहन से उतरकर चलता बना। बाद में प्रसूता व नवजात प्राइवेट वाहन से घर के लिए निकले।