उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम फतेहपुर निवासी दुर्गा गोंड़ ने महुआ बीनने के लिए अपने घर से लगे पेड़ के पास तिरपाल लगाकर झोपड़ी बनाई थी। शनिवार की रात वह तिरपाल के नीचे पत्नी हारमती, 8 माह के दुधमुंही बच्ची अंजना व 4 साल के बेटे शिवशंकर के साथा सोया था।
वन विभाग ने अस्पताल में कराया भर्ती
सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को एंबुलेंस से उदयपुर सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया।
दो हाथियों का था दल
दो हाथी का दल सप्ताहभर से उदयपुर वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहा है। दोनों हाथी एक साथ थे, लेकिन दो दिन से दोनों अलग-अलग दिशाओं में घूम रहे हैं। एक हाथी लखनपुर वन परिक्षेत्र की ओर गया है तो दूसरा फतेहपुर की ओर से होते हुए तारा प्रेमनगर के जंगल की ओर रवाना हो गया है।
वन विभाग ने दी थी हाथी की सूचना
घटना से क्षेत्र में हडक़ंप मचा हुआ है। वन अमले द्वारा ग्रामीणों को लगातार समझाइश दी जा रही है, लेकिन लोग बात मानने की जगह लापरवाही कर रहे हैं। हाथियों के हमले से घायल दुर्गा के परिवार को भी जंगल में हाथी विचरण की सूचना दी गई थी, लेकिन वह नहीं माना और पूरा परिवार हाथी की चपेट में आ गया।