विनय ने गिनीज बुक ऑफ विश्व रिकॉर्ड में पूर्व में बनाए गए रिकॉर्डों को ध्वस्त करने का वीडियो भी पत्रिका के साथ शेयर किया है। अब तक उन्हें कोई बड़ा मंच नहीं मिल पाया है जहां वे अपनी प्रतिभा दिखा सकें। विनय का कहना है कि हैट्रिक रिकॉर्डों को तोडऩे के लिए वे पिछले 2 सालों से काफी मेहनत कर रहे हैं। उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि वे आज गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड तोडऩे का दावा कर रहे हैं। बस उन्हें अपना जौहर दिखाने एक बड़े मंच की दरकार है।
विनय का जन्म एक साधारण परिवार में 1 जनवरी 1985 को हुआ। उनके पिता कमल राम रेशम विभाग में चौकीदार के पद पर पदस्थ थे। फिलहाल वे रिटायर्ड हैं। विनय के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उन्होंने 12वीं तक ही पढ़ाई की। इसके बाद वे घर का खर्च उठाने शहर के ही दुकानों में
काम में लग गए।
फिलहाल विनय एक मेडिकल एजेंसी के लिए काम करते हैं। साथ ही खाली समय में जिम में प्रशिक्षण देते हैं। विनय शुरु से ही एथलेटिक्स में रुचि रखते थे। वे जब टीवी के माध्यम से किसी को वल्र्ड रिकॉर्ड बनाते या देश के लिए कुछ करते देखते थे तो उनकी भी इच्छा होती थी कि वे भी अपने देश के लिए कुछ करें।
उन्होंने सोशल मीडिया पर देखा कि दिल्ली के मि. रोहतास चौधरी ने अपनी पीठ पर 36 किलो 600 ग्राम वजन उठाकर 1 मिनट में 51 पुशअप किया। उनका यह कारनामा गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। इसके बाद विनय ने मन बना लिया कि वे इस रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। फिर उन्होंने मेहनत शुरु की और उस मंजिल तक भी पहुंच गए।
इन रिकॉर्डों को किया है चैलेंज
पत्रिका से बातचीत में विनय कुमार तिर्की ने बताया कि वे 40 किलोग्राम वजन उठाकर 1 मिनट में 55 पुशअप कर सकते हैं। इसके अलावा विदेशी युवा रोमन डोसनबैक ने नकल पुशअप में 1 मिनट में 101 पुशअप किया है। उक्त रिकॉर्ड को तोडऩे का भी दावा विनय ने किया है। वहीं जॉर्जिया निवासी जॉर्ज माटुरेली ने 13 जून 2015 में 45 किलोग्राम वजन उठाकर 1 मिनट में 38 नकल पुशअप कर गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। इस रिकॉर्ड को भी विनय 47 किलोग्राम वजन उठाकर 40 नकल पुशअप कर रिकॉर्ड तोड़ देंगे।
‘स्टेन ली सुपर ह्यूमन’ से ली प्रेरणा
विनय का कहना है कि हिस्ट्री चैनल के ‘स्टेन ली सुपर ह्यूमन’ से पे्ररणा लेते हुए उन्होंने रिकॉर्डों की तरफ भागना शुरु किया। इस चैनल के माध्यम से देश-विदेश के हजारों युवा रिकॉर्ड तोडऩे या बनाने में सफल हो चुके हैं। इसके बाद विनय ने भी जीतोड़ मेहनत की और आज खुद को वे वल्र्ड रिकॉर्ड तोड़ते हुए देखते हैं। अब जरूरत है उन्हें एक ऐसे मंच की जहां से वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें।