शकुंतला रावत ने कहा कि 25 दिन में तीसरी बार मेरे घर में बदमाश घुसा है। उसने कोई सामान नहीं चुराया। मुझे आशंका है कि बदमाश मेरी रेकी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद पूरा परिवार सहम गया है।
शिवाजी पार्क थाने में दी रिपोर्ट
इस घटना के बाद शकुंतला रावत ने भजनलाल सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि उनके घर पर एक ही माह में लगातार तीसरी बार आज्ञत बदमाश हथियार के साथ घुसा। इसको लेकर उन्होंने शिवाजी पार्क थाने में रिपोर्ट भी दी, बावजूद इसके पुलिस की ओर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि क्या पुलिस को कोई बड़ी घटना का इंतजार है, तभी पुलिस सक्रिय होगी। उन्होंने आगे कहा कि इतना ही नहीं इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री ने एसपी, आईजी और डीजी तक से मुलाकात की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
मंत्री रावत ने दी ये जानकारी
पूर्व मंत्री रावत ने जानकारी दी कि कि करीब 25 दिन पहले उनके गांव के मकान पर कुछ अज्ञात बदमाश पहुंचे थे। उसके दो दिन बाद ही अलवर शहर में उनके निवास पर फिर से अज्ञात बदमाश पहुंचे। इस दौरान बदमाशों ने अलवर स्थित मकान में लगे तालों को तोड़ दिया और वहां रखे सामान को बिखेर चले गए। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि उन लोगों ने चोरी भी नहीं की है। टीकाराम जूली ने उठाए ये सवाल
वहीं, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सीएम भजनाल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार का जंगलराज रुकने का नाम नहीं ले रहा, चाहे आम नागरिक हो, पुलिस अधिकारी हो, विधायक हो, मंत्री हो, या पूर्व मंत्री हो, और यहां तक कि मैं कहूं पुलिस अधीक्षक तक सेफ नहीं है इससे बड़ा सरकार का और क्या फैलियर हो सकता है।
राजस्थान सरकार में पूर्व मंत्री मेरी बहन शकुंतला रावत के घर में पिछले 25 दिनों में तीसरी बार चोरी की घटना हुई है। जब सरकार के पूर्व मंत्री ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या हाल होगा आप सोच सकते हैं। भजनलाल शर्मा आप किस तरह का प्रदेश बना रहे हैं। पिछले 10 महीने में ऐसा कोई दिन नहीं गया जिस दिन चोरी, डकैती, हत्या, लूट, रेप इत्यादि घटनाएं नहीं हो रही हो और आप विदेश दौरे करने में व्यस्त हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुलिस, कानून व्यवस्था ध्वस्त है, पुलिस का सूचना तंत्र पूरी तरह फैल है, जिसका सीधा लाभ अपराधी उठा रहे हैं। मैंने इस मामले को लेकर राजस्थान के डीजीपी एवं अन्य उच्च अधिकारियों से बात करके त्वरित कार्रवाई की मांग की है।