&राशन की दुकानों पर गेहूं पहुंच चुका है। जिसका वितरण करवाया जा रहा है। गेहूं वितरण को लेकर समय भी बढ़ा दिया गया है। सबको गेहूं मिल जाएगा।
कृष्णकुमार वायला, निरीक्षक रसद विभाग, लक्ष्मणगढ़़।
&हमारा परिवार राशन के गेहूं पर ही निर्भर है। एक महीने से गेहूं नहीं आया था तो बाजार से खरीद कर गेहूं खाया था। राशन का गेहूं खत्म न हो जाए, इसलिए सुबह 6 बजे ही आ गई थीं। घर के सारे काम छोडकऱ अब मुझे गेहूं मिल गया। मैं खुश हूं। -राम बाई, खाद्य सुरक्षा लाभार्थी।
&राशन डीलर के पिछले कई महीने से चक्कर लगा रहे थे। गेहूं नहीं आ रहा था। आज गेहूं वितरण किया था, तो हम भी गेहूं लेने के लिए आ गए। हमारा परिवार राशन के गेहूं से ही गुजारा करता है।