फ्लॉप है मुखबिर योजना
पुलिस की ओर से अपराधों पर अकुंश लगाने के लिए मुखबिर योजना क्षेत्र में फ्लॉप साबित हो रही है। जिससे अपराधी पकड़ में नहीं आ रहें। वहीं स्टाफ की कमी के चलते मुकदमों में पुलिस की ओर से तामील तक नहींं हो पा रही है। ऐसे में आमजन परेशान है। पुलिस थानों पर मुकदमों की बात करें। तो बानसूर पुलिस थाने में औसतन ५० से अधिक मुकदमें हर माह दर्ज होते है।
आएं दिन होते है विवाद
नारायणपुर से हरसौरा स्टेट हाइवे ५२ एवं अलवर से कोटपूतली मार्ग स्टेट हाइवे होने से आए दिन सड़क दुर्घटनाएं घटित होती रहती है। वहीं झगडे ओर जमीनी विवाद बडी संख्या में होते है। वर्चस्व कोलेकर गुटीय संघर्ष होते रहते है। ऐसे में हर समय पुलिस उपलब्ध नहीं हो सकती। क्षेत्र का अंतिम गांव नयाबास पहुंचने के लिए पुलिस को करीब एक घंटे का समय लगता है। ऐसे में दूरी वाली जगहों पर पुलिस हमेशा देरी से पहुंचती है।