सूत्रों के अनुसार दिसम्बर 2017 को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से अधिसूचना जारी की गई थी, लेकिन डीपीआर के अभाव में यह कार्य लम्बित बना हुआ था। अब पीडब्लयुडी नेशनल हाईवे की ओर से तीन प्रस्ताव डिटेल प्रोजेक्टर रिपोर्ट (डीपीआर) अलाइनमेंट एप्रुवल के लिए दिल्ली सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय भेजा गया है।
जहां से अलाइनमेंट एप्रुवल स्वीकृत होने के बाद डीपीआर व एस्टीमेट स्टेज की प्रक्रिया संपूर्ण हो जाने के बाद वित्तीय स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। फोरलेन बनने के बाद अलवर से करौली, कैला देवी व राजगढ़ से भरतपुर का सफर आसान हो सकेगा। 50 किलोमीटर लंबे फोरलेन हाईवे पर मंडावर में रेलवे ओवरब्रिज व गढ़ीसवाईराम में बायपास बनेने की संभावना है।
दिल्ली-मुम्बई सुपर एक्सप्रेस वे से संपर्क बढ़ेगा
महवा के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग 21 जंक्शन से राजगढ़ तक फोरलेन सड़क बनने के बाद महवा, मंडावर सहित आसपास के क्षेत्र से दिल्ली, हरियाणा व गुजरात स्टेट में जाने वाले मुसाफिर इस मार्ग से पिनान इन्टरचेंज होते हुए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से दिल्ली आ-जा सकेंगे। यह मार्ग पिनान में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से जुड़ रहा है। इससे महवा, मंडावर से दिल्ली जाने वालों के लिए समय कम लगेगा। अलवर से करौली, कैलादेवी तथा राजगढ़ से भरतपुर जाने वालों के लिए सुगम और सरल सफर होगा। स्वीकृति के बाद ही सड़क की स्थति होगी साफ
हाईवे निकलने को लेकर क्षेत्रीय लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। विभागीय नॉर्मस के अनुसार अप्रुवल के लिए तीन अलाइनमेंट फाइल भेजी गई है। जहां से स्वीकृति मिल जाने के बाद ही आगे की कार्रवाई शुरू होगी है। उसके बाद महुआ से राजगढ़ बायपास तक बने स्टेट हाइवे का चौडाईकरण कर नेशनल हाईवे बनाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
मंजूरी के लिए फाइल दिल्ली मंत्रालय भेजी है
अलाइनमेंट अप्रूवल के लिए दिल्ली मंत्रालय फाइल भेजी गई है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई शुरू होगी। इस कार्य में अभी करीब छह माह लग सकते हैं। – राहुल जांगिड़, सहायक अभियंता, एनएचएआई