एसीबी
अलवर के उप अधीक्षक महेन्द्र मीणा ने बताया कि परिवादी ने 22 अगस्त को एसीबी कार्यालय में शिकायत दी कि सहजुदीन खान (35) पुत्र असलम खान निवासी ईटाराणा झोपड़ी हाल मंगलम सोसायटी सामोला चौक उसके साले को होमगार्ड में सिपाही पद पर परमानेंट लगवाने की एवज में 3 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा है। सहजुदीन होमगार्ड कमांडेंट कार्यालय में होमगार्ड सिपाही है। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया, जिसमें आरोपी ने पहली किश्त के रूप में 50 हजार रुपए की डिमांड की, लेकिन बाद में 30 हजार रुपए में सहमत हो गया। आरोपी ने परिवादी को रिश्वत राशि लेकर गुरुवार दोपहर कचहरी परिसर मेनगेट के बाहर बुलाया। परिवादी वहां पहुंचा और आरोपी सहजुदीन को रिश्वत राशि दी। इसके बाद एसीबी टीम ने कार्रवाई कर आरोपी को रिश्वत राशि गिनते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई के बाद एसीबी टीम आरोपी को लेकर रवाना हो गई। आरोपी को कोर्ट में पेश करके रिमांड ली जाएगी।
नवम्बर-2021 के बाद नहीं हुई होमगार्ड भर्ती
जानकारी के अनुसार अलवर जिले में नवम्बर-2021 में होमगार्ड की भर्ती हुई थी। इसके बाद से अब तक कोई होमगार्ड भर्ती नहीं हुई है। वहीं, रिश्वत के आरोपी होमगार्ड सहजुदीन की जनवरी माह में वैशाली नगर थाने में ड्यूटी लगाई गई थी। रोटेशन के अनुसार जुलाई माह में उसकी अलवर सेंट्रल जेल में ड्यूटी लगाई गई, लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं गया। सहजुदीन फिलहाल ड्यूटी पर नहीं था। बताया जा रहा है कि वह प्रोपर्टी का काम करता है।
आरोपी बोला…मुझे फंसाया है
बताया जा रहा है कि परिवादी और आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं। जब एसीबी ने आरोपी सहजुदीन को रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार कर ले जाने लगी तो वह बोलता रहा कि उसे गलत फंसाया गया है। उसके प्लॉट बेचान की बात की गई थी। उसी एवज में उसने पैसे लिए हैं।