कम मिलने की होने लगी शिकायत प्रयागराज के लगभग दो हजार ब्लॉकों में यह शिकायत तेजी के साथ आ रही है कि राशन वितरण में प्रति यूनिट एक किलो कम राशन देने का आरोप लग रहे हैं। इसके साथ ही महीने में एक ही बार राशन वितरण का आरोप लगाया है। निर्धन परिवारों को भोजन के लिए परेशान नहीं होने पड़े इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से मुफ्त राशन वितरण की सुविधा शुरू की गई है लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से कोटेदार राशन वितरण में मनमानी कर रहे हैं। जिसकी शिकायत लगातार बढ़ती जा रही है।
दो हजार से अधिक मिली शिकायत प्रदेश सरकार ने जिस प्लान को सबसे ज्यादा प्रचार किया अब उसी प्लान को उनके ही सरकारी कर्मचारी तोड़ने में जुटे हैं। ब्लाकों से कोटेदारों के खिलाफ छह माह में लगभग दो हजार से अधिक राशन कार्ड धारकों ने शिकायत की है। किसी ने प्रति यूनिट एक किलो कम राशन देने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है, तो किसी ने महीने में एक ही बार राशन वितरण का आरोप लगाया है। विभागीय अधिकारियेां की मानें तो माह जिले में 300 से अधिक शिकायत राशन वितरण में मनमानी को लेकर आ रही है।
इन ब्लॉकों में मिली सबसे अधिक शिकायत राशन वितरण के लिए प्रयागराज जिले के सबसे ज्यादा सोरांव, मऊआइमा, होलागढ़ ब्लॉक से शिकायत आ रही हैं। इन तीनों ब्लाक में प्रति माह 20 से 25 शिकायत आ रही है। हालांकि कार्रवाई के नाम पर आपूर्ति निरीक्षक कोरम पूरा कर शिकायतों को निस्तारित कर दे रहे हैं।
हर व्यक्ति को दिया जाता है पांच किलो राशन प्रयागराज जिले में कुल 10 लाख 56 हजार कार्ड धारक है। सभी कार्ड धारकों को प्रति व्यक्ति के हसाब से पांच किलो राशन दिया जाता है। इसमें गेहूं और चावल मिलाकर पांच केजी दिया जाता है। लेकिन कोटेदार और अधिकारी के साठगांठ की वजह से कार्डधारकों को कम राशन मिल रहा है। शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारी कार्रवाई के नाम पर बस कोरम पूरा करते हैं। शिकायत को लेकर जिला आपूर्ति अधिकारी ने कहा कि मामले में मिले सभी शिकायत पत्रों जांच होगी और जो भी दोषी होगा उन सम्बंधित अधिकारी और कोटेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।