1965 का साल था। 21 साल के राजीव गांधी पढ़ाई के लिए कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज पहुंचे। उसी साल कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के लेनॉक्स कुक स्कूल में अंग्रेजी भाषा सीखने इटली से एंटोनिया अलबिना मायनो यानी सोनिया गांधी आई थीं। दोनों के कैंपस अलग थे। सोनिया उबली पत्तागोभी, आलू, ऑमलेट और ब्रेड के साथ टोमैटो सॉस खाकर ऊब गई थीं, इसलिए वह यूनिवर्सिटी के रेस्टोरेंट में खाना खाती थीं।
मेघगर्जन के साथ यूपी पहुंचा पश्चिमी विक्षोभ, कल से पांच दिन तक 51 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट
एक दिन सोनिया अपनी सहेली के साथ बैठीं थीं तभी उनका दोस्त क्रिस्टियन वान स्टेगालिट्ज राजीव गांधी के साथ रेस्टोरेंट के अंदर पहुंचा। क्रिस्टियन ने सोनिया से कहा, “आज मैं आपको अपने दोस्त से मिलवाना चाहता हूं, ये भारत से आए हैं और इनका नाम राजीव है।” राजीव ने हाथ आगे हाथ बढ़ाया तो सोनिया ने शर्माते हुए हाथ मिला लिया। बस यहीं से शुरू हुई राजीव और सोनिया की लव स्टोरी…राजीव और सोनिया एक ही जगह थे पर दोनों ने एक दूसरे से कुछ बोला नहीं। राजीव और क्रिस्टियन एक अलग टेबल पर बैठकर लंच करने लगे। राजीव प्लेट से ज्यादा सोनिया को देखे जा रहे थे। लंच कर चुके तो क्रिस्टियन ने पूछा, क्या वह तुम्हें पसंद है? वह एक इटालियन हैं? राजीव ने कहा, “हां, पहले मेरा परिचय तो करवा दो।” सोनिया गांधी की जीवनी ‘द रेड साड़ी’ में जेवियर मोरो लिखते हैं, “राजीव ने उसी दिन तय कर लिया था कि सोनिया ही आगे उनकी जीवन साथी बनेंगी। उन्होंने उसी दिन दोपहर में सोचा कि आज सभी एली शहर घूमने जाएंगे। वहां बेनेडिक्टाइन मठ के अंदर एक सुंदर गिरजाघर था। सोनिया मना करना चाहती थीं, लेकिन मना करने की कोई वजह नहीं मिली। इसलिए हामी भर दी।”
मात्र एक रन से KKR को हराकर प्लेऑफ में पहुंची लखनऊ सुपरजायंट्स, कांटे का रहा मुकाबला
राजीव के प्रपोजल को सोनिया ने दिल से स्वीकार कियाराजीव गांधी सोनिया को ला फ्लॉ डू मॉल नाम के सबसे अच्छे नाइट क्लब में ले जाना चाहते थे। लेकिन इसके लिए उनके पास पैसे नहीं थे इसलिए वो उन्हें क्रिस्टियन के लाउंज में गए। यहां काफी वक्त तक साथ बैठे रहे। डांस किया। रात के 11 बज गए। सोनिया साइकिल से नहीं आई थीं। बारिश भी हो चुकी थी। राजीव ने तय किया कि पैदल ही छोड़ने चलेंगे। दोनों साथ पैदल निकले। यहीं राजीव ने दिल खोल दिया। प्रपोज कर दिया। सोनिया ने प्रपोजल को मुस्कुराते हुए स्वीकार कर लिया। अब आपको बताते हैं कि इंदिरा गांधी ने राजीव की शादी किस लड़की से पक्की की थी, जो नहीं हो सकी।
सोनिया गांधी ने एक बार बताया था कि उनके पिता नहीं चाहते थे कि उनकी शादी राजीव गांधी से हो। दरअसल राजीव जब भारत आने वाले थे, उससे पहले वह सोनिया के पिता से शादी की बात करने गए थे। लेकिन सोनिया के पिता शादी के लिए राजी नहीं थे क्योंकि भारत काफी दूर था और वहां का कल्चर अलग था। उन्हें लगता था कि उनकी बेटी अगर माहौल में एडजस्ट नहीं कर पाएगी। हालांकि सोनिया ने अपने मां-पिता के फैसले के खिलाफ जाकर राजीव से शादी की थी।
संतकबीरनगर में प्रेमी ने बारात से ठीक पहले भर दी प्रेमिका की मांग, अब छोटा भाई भी बनेगा दूल्हा
इस एक्टर की बेटी थी इंदिरा गांधी की पसंदसीनियर पत्रकार रशीद किदवई ने अपनी किताब ‘नेता अभिनेता: बॉलीवुड स्टार पॉवर इन इंडियन पॉलिटिक्स’ में इस बारे में बताया है। दरअसल राजीव और सोनिया गांधी ने विदेश में एक-दूसरे को पसंद कर लिया था और बाद में उन्होंने लव मैरिज की। लेकिन राजीव की मां और देश की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी चाहती थीं कि राजीव की शादी बॉलीवुड के प्रसिद्ध एक्टर राज कपूर की बड़ी बेटी ऋतु से हो। इसके पीछे की एक बड़ी वजह ये भी थी कि गांधी परिवार और कपूर परिवार बहुत अच्छे दोस्त थे। हालांकि ऐसा हो नहीं सका क्योंकि राजीव जब विदेश पढ़ने गए तो सोनिया से उन्हें प्यार हो गया और उन्होंने शादी कर ली।