महाकुंभ के दौरान विशेष स्वास्थ्य सेवाएं
इस पहल का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ के दौरान कल्पवासियों की सेहत का विशेष ध्यान रखना है। सर्दियों में उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) और मधुमेह (डायबिटीज) जैसी समस्याओं का प्रभाव लोगों की सेहत पर न पड़े, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
महाकुंभ में 100 से अधिक मेडिकल गाइड तैनात किए जाएंगे, जो स्वास्थ्य सेवाओं में सहायता करेंगे और आपातकालीन स्थितियों में तुरंत मदद पहुंचाएंगे।
23 सेक्टरों में चार मेडिकल गाइड होंगे तैनात
मेले के सभी 23 सेक्टरों में चार मेडिकल गाइड तैनात होंगे। उन्हें दो-दो सदस्यों में बांटा जाएगा। इसमें एक नर्सिंग स्टाफ और एक फार्मासिस्ट होंगे, जो शिविरों में जाकर श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं की बीपी और शुगर की जांच करेंगे। अगर उनका बीपी और शुगर अनियंत्रित होता है तो तुरंत सेक्टर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। जांच मशीनों की खरीद सीएसआर फंड (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) से हुई है। सर्दी में रहता है बीमारियों का खतरा
महाकुंभ में प्रयोग किए जाने वाले जांच मशीनों की खरीद सीएसआर फंड (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) से हुई है। विशेषज्ञ चिकित्सकों के मुताबिक, सर्दी के मौसम में कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है। ऐसे में नियमित जांच की मदद से इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
जांच में भाषा नहीं बनेगी बाधा
प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में न सिर्फ देश बल्कि विदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु आएंगे। ऐसे में उनके इलाज में कोई बाधा न हो, इसके लिए मेडिकल गाइड के पास मौजूद एक टैब में गूगल लैंग्वेज ट्रांसलेटर इंस्टॉल रहेगा। इसकी मदद से श्रद्धालुओं की बात को डॉक्टर अपनी स्थानीय भाषा में समझ सकेंगे। वहीं, डॉक्टर जो बोलेंगे श्रद्धालु भी उसे स्थानीय भाषा में समझ सकेंगे।