वेणी माधव का प्रबंधन है जूना अखाड़ा के पास वेणी माधव मंदिर प्रबंधन की जिम्मेदारी जूना अखाड़ा के पास है। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर रहे ओमकार देव गिरि के ब्रह्मलीन होने के बाद 2020 में वेणी माधाव मंदिर और मठ की गद्दी साध्वी वैभव गिरि को सौंपी गई थी। तभी मंदिर और मठ देख रेख की जिम्मदारी वैभव गिरि महराज ने संभाल ली है। 2013 में जूना अखाड़ा ने साध्वी वैभव गिरि को जूना अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया था।
महानिर्वाणी अखाड़ा ने अपना दावा किया पेश शनिवार की रात अचानक महानिर्वाणी अखाड़े के चार मढ़ी बाधला के रघुराज गिरि ने कई संतों के साथ मंदिर में प्रवेश किया और वेणी माधव भगवान का आर्शीवाद लिया। इसके बाद मंदिर में जमकर हंगामा काटा। संतों ने मठ में मौजूद सेवादारों को धमकाया और मठ को अपना बताते हुए खाली करने को कहने लगे। काफी देर तक संतों का नाटक चलता रहा है। मंदिर के पुजारियों और सेवादारों में नोकझोंक होती रही कि तभी पुलिस पहुंच गई। मौके पर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाना ले जाकर बैठा दी।
महामंडलेश्वर साध्वी वैभव गिरि ने आरोप लगाते हुए कहा कि महानिर्वाणी के संतों जो भी आरोप लगाया है उससे मेरा कोई लेना देना नहीं है लेकिन जिस तरह मठ मंदिर में हागंना किया गया है वह गलत है। महानिर्वाणी के महन्त ने जबरन मंदिर को कब्जा करने की कोशिश की। इसके साथ ही महंतों ने मंदिर में उपस्थित सेवादारों और पुजारियों के साथ मारपीट किया।
संतों ने सोशल मीडिया पर किया पर्चा किया वायरल वेणी माधव मंदिर में घुसे महानिर्वाणी के महंत रघुराज गिरि और उनके साथ कई संतों ने एक पर्चा को सोशल मीडिया पर वायरल किया है। उस पर्चे में यह दर्शाया है कि वेणी माधव मंदिर की महंत गैर हिन्दू से शादी करने और मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंचाने की बात लिखी गई है।
दोनों पक्षों को दिखाना होगा कागजात एसएसपी अजय कुमार ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों से बात की और कहा कि मंदिर के अधिकार पर दावा ठोकने वाले दोनों पक्षों को अब दो दिन के भीतर कागजात दिखाना होगा। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थाने से जाने दिया। मामले में आगे विवाद न करके नियम स्वरूप बात होनी चाहिए।