आलाधिकारियों द्वारा छापेमारी में गांजा सहित अन्य सामान मिलने की जानकारी प्रशासन को सौंपी गई है।जिसमें जेल अधिकारियों की भूमिका को लेकर भी सवाल भी उठें है। दरअसल 10 दिन पहले भी जेल में छापेमारी हुई थी उस दौरान मोबाइल सिम कार्ड चाकू आदि बरामद हुए थे। जिसके बाद जेल से फिर मोबाइल पर बात करते हुए एक जेल से बंदी की तस्वीर वायरल हुई थी।जिसको लेकर जेल प्रशासन की किरकिरी हुई।
नैनी सेंट्रल जेल में बंद शातिर अपराधियों की गतिविधियां जेल से संचालित हो रही है। जिसको लेकर कई बार बड़े मामलों में इसका खुलासा हुआ है। कई बड़ी वारदातों में पकड़े गए बदमाशों ने अपने आकाओं का नाम लिया है जो लंबे समय से सलाखों के पीछे बंद है।जेल में मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर आए दिन शिकायतें अधिकारियों के पास पहुंच रही है जिसके बाद प्रशासन भी भारी दबाव में है।सलाखों के पीछे से अपहरण ,फिरौती, रंगदारी, लूट जैसी घटनाओं को अंजाम दिलाने के लिए जेल में बंद आकाओं ने अपने गुर्गों से वारदातें करवाई है।
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देर रात डीएम और एसएसपी द्वारा कार्यवाही की जानकारी दी गई। अधिकारीयों के अनुसार जेल के अंदर से गांजे की पुड़िया बरामद हुई।लाइटर.49 चाकू.8 सूजा . 2 पतली लोहे की सरिया .4 सरौता . 1 . 5 पेन ड्राइव . 1 ब्लैड . 8 सुतली . 2 डायरी . 1 प्रतिबन्धित सामाग्री बरामद की गयी ।अधिकारीयों के इस खुलासे के बाद जेल प्रशासन की एक बार फिर कलई खुल गई।