चिन्मयानंद के पक्ष की ओर से छात्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसमें चिन्मयानंद पर जबरन यौन संबंध बनाने के आरोप लगाए थे। चिन्मयानंद पक्ष ने रेप के आरोपों को तो नकार दिया। उल्टे छात्रा पर ही चिन्मयानंद से 50 करोड़ मांगने का आरोप लगा दिया। इस मामले में छात्रा और उसके साथी संजय सिंह, विक्रम सिंह और सचिन सेंगर नामजद है सभी लोग इस वक्त जेल में बंद है ।
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इस मामले में छात्रा 25 सितंबर को गिरफ्तार हुई थी। उसकी जमानत पहले सीजीएम कोर्ट से बाद में जिला जज कोर्ट से खारिज कर दी गई थी। इसी तरह से संजय विक्रम सचिन की भी जमानत खारिज हो गई। इस मामले में छात्रा के वकील अलग थे बाकी तीनों साथी के वकील अलग थे।बता दें कि जेल में बंद चिन्मयानंद के वकील छात्रा को ही मुख्य आरोपी बता रहे हैं। चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह का कहना है कि छात्रा ने अपनी गैंग बनाकर चिन्मयानंद को फंसाया है। चिन्मयानंद को बदनाम करने की साजिश रची चिन्मयानंद निर्दोष है। दोषी तो वह छात्रा है उस पर गैंगस्टर वाली धारा लगनी चाहिए। वही जानकारी के मुताबिक ओम सिंह ने चिन्मयानंद का पक्ष लेते हुए कहा कि छात्रा का साथ मीडिया ने दिया जिसकी वजह से बुजुर्ग चिन्मयानंद को जेल जाना पड़ा।
वही चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह का कहना है कि छात्रा ने एक साल तक यौन उत्पीड़न किए जाने का आरोप चिन्मयानंद पर लगाया है।लेकिन उसे एक साल से वह खुश होकर सब जगह घूमती रही उसने नैनीताल के भी अपने कुछ फोटो फेसबुक पर अपलोड किए हैं इन फोटो को देखकर नहीं लगता कि छात्रा का यौन उत्पीड़न हुआ है। चिन्मयानंद को जेल होने के बाद छात्रा को भी पांच करोड़ की रंगदारी के मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया है। बाद में एसआईटी ने छात्रा को जेल भेज दिया। सोशल मीडिया पर छात्रा का कार के अंदर से रंगदारी की बात को बोलते हुए वीडियो सामने आया जिस पर चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने प्रतिक्रिया दी।