पूर्व विधायक अशरफ 2017 में उत्तर प्रदेश की सत्ता बदलने के पहले से ही फरार चल रहे हैं । अशरफ पर झलवा में सूरज कली और उनके बेटे पर जानलेवा हमला किसान नेता जितेंद्र की हत्या सरिया कारोबारी पर हमले वारदातों में वांछित है।अशरfफ की गिरफ्तारी पर 2017 में पहले 5,000 फिर 12,000 का इनाम घोषित किया जा चुका है । कुछ समय बाद इनाम की राशि बढ़ाकर 15,000 की गई थी लेकिन इस बीच अशरफ को पुलिस और क्राइम ब्रांच तलाशती रही । लेकिन अशरफ कानून की पहुंच से बहुत दूर रहा। 3 साल की फरारी के दौरान अब तक धूमनगंज पुलिस ने अशरफ के घर की चार बार संपत्ति कुर्क कर चुकी है । इसके बावजूद भी अपने मकसद में पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है।
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दो महीने पहले एडीजे जोंन ने अशरफ पर इनाम राशि बढ़ाकर 50,000 करने की संस्तुति की थी । थाना प्रभारी धूमनगंज विजय सिंह के अनुसार शासन ने इस संस्तुति को मंजूर करते हुए अशरफ की गिरफ्तारी के लिए 50,000 का इनाम घोषित किया है । इनाम राशि बढ़ने की सूचना सभी थानों और क्राइम ब्रांच को भेज दी गई है अशरफ के बड़े भाई पूर्व सांसद अतीक अहमद बीते तीन सालों से सलाखों के पीछे हैं दो महीने पहले सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अतीक अहमद को गुजरात के अहमदाबाद जेल में भेज दिया गया है।
पूर्व विधायक अशरफ अतीक अहमद के गैंग 227 का सेकंड मैन बताया जाता है बता दें कि जिले के थाने में अतीक अहमद को गैंग का सरगना बताया गया है। बाहुबली अतीक अहमद के साथ अशरफ भी राजू पाल हत्याकांड मामले में आरोपी है जिस मामले की सीबीआई जांच चल रही है।