1- सतीश उपाध्याय को मालवीय नगर से दिया टिकट
बीजेपी ने सतीश उपाध्याय को मालवीय नगर सीट से प्रत्याशी बनाया है। सतीश उपाध्याय ने 2012 में दक्षिण दिल्ली नगर निगम में अपना पहला चुनाव जीता था। उन्होंने स्थायी समिति के अध्यक्ष सहित कई प्रमुख पदों पर काम किया। बाद में सतीश उपाध्याय को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया गया। सतीश उपाध्याय ने 2015 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन इस चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा। वे 2022 के नगर निगम चुनावों के लिए पार्टी की घोषणापत्र समिति के संयोजक थे।
2- अरविंदर सिंह लवली को गांधी नगर से दिया टिकट
बीजेपी ने अरविंदर सिंह लवली को गांधी नगर से प्रत्याशी बनाया है। लवली ने कांग्रेस के टिकट पर 1998 में गांधी नगर से चुनाव जीता था, उस समय दिल्ली के सबसे युवा विधायक भी बने। इसके अलावा 2003 में भी अरविंदर सिंह लवली ने चुनाव में जीत हासिल की थी। बीजेपी के टिकट पर पहली बार अरविंदर सिंह लवली चुनाव लड़ रहे है। इससे पहले वे कांग्रेस में थे।
3- कैलाश गहलोत को भी मिला टिकट
बीजेपी ने बिजवासन से कैलाश गहलोत को प्रत्याशी बनाया है। कैलाश गहलोत पहली बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले वे आम आदमी पार्टी में थे और पिछले दिनों उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे। कैलाश गहलोत आप पार्टी की सरकार में परिवहन मंत्री भी रह चुके हैं।
4- प्रवेश वर्मा को नई दिल्ली से मिला टिकट
प्रवेश वर्मा को बीजेपी ने नई दिल्ली विधासनभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। प्रवेश वर्मा के सामने आप पार्टी से अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस से संदीप दीक्षित प्रत्याशी है। टिकट मिलने से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि नई दिल्ली से बीजेपी प्रवेश वर्मा को टिकट दे सकती है और पार्टी ने यहां से प्रवेश वर्मा को टिकट दिया है। नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अब एक पूर्व सीएम के सामने दो पूर्व सीएम के बेटे चुनाव लड़ रहे हैं। प्रवेश वर्मा ने 2013 में महरौली से अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता था। उन्होंने 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव जीता। हालांकि 2024 में उन्हें टिकट नहीं मिला था। उस समय से ही कयास लगाए जा रहे थे कि प्रवेश वर्मा को पार्टी विधानसभा चुनाव में भी उतार सकती है।
5- पटेल नगर से राजकुमार आनंद
बीजेपी ने पटेल नगर विधानसभा सीट से राजकुमार आनंद को टिकट दिया है। बता दें कि राजकुमार आनंद इससे पहले आम आदमी पार्टी में थे। वे केजरीवाल सरकार में मंत्री भी रहे थे। उन्होंने अप्रैल 2024 में आप पार्टी में भ्रष्टाचार और दलितों के प्रति अनादर का आरोप लगाते हुए कैबिनेट और आप से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे 2024 का लोकसभा चुनाव नई दिल्ली सीट से बसपा के टिकट पर लड़ा था और अपनी जमानत जब्त करा ली। बाद में वे बीजेपी में शामिल हो गए।
6- रमेश बिधूड़ी को कालकाजी से मिला टिकट
भाजपा ने पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को कालकाजी विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। बिधूड़ी ने 2003, 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव में तुगलकाबाद सीट से जीत हासिल की थी। बाद में 2014 लोकसभा चुनाव में दक्षिणी दिल्ली से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद 2019 में भी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। 2024 में टिकट नहीं मिला था। 2023 में विवाद तब खड़ा हुआ जब लोकसभा में रमेश बिधूड़ी ने सांसद दानिश अली के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया था।