घटना वाले दिन 15 कैमरे बंद जांच में यह बात सामने आई है कि घटना वाले दिन 15 कैमरे बंद थे, जबकि मठ में कुल 43 कैमरे हैं। महंत के आराम कक्ष से बाहर आने के बाद भूतल पर जहां शव मिला था उस कक्ष से लेकर मठ के मुख्य प्रवेश द्वार तक का बड़ा हिस्सा रिकॉर्ड करते थे। ये सभी कैमरे क्लाउड-9 कंपनी के थे और इनका मॉनीटर कंट्रोल महंत के निजी कक्ष में लगा है। सीबीआई ने इसे सील कर दिया है। लेकिन, इन कैमरों से जुड़ी डीवीआर मशीन, जिसमें खराबी की बात कही गई है, वह महंत के कक्ष के बाहर लगाई गई थी। घटना के बाद आनन-फानन बाहर भी निकाल दी गई।
सात दिन के रिमांड में होंगे तीनों आरोपी, सीबीआई करेगी पूछताछ दिवंगत महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में जेल में बंद तीनों आरोपियों की सात दिन कि रिमांड की मंजूरी दे दी है। इसके तहत सीबीआई की टीम 28 सितंबर सुबह 9 बजे से 4 सितंबर शाम 6 बजे तक आनंद गिरी, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी से पूछताछ करेगी। फिलहाल तीनों आरोपी 14 दिनों की ज्यूडिशिय कस्टडी में नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। इस दौरान न्यायालय ने कहा कि रिमांड लेने के बाद किसी भी तरह से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल न किया जाए। जेल से रिमांड लेने व वापस ले जाने के पहले तीनों का मेडिकल चेकअप कराया जाएगा। मेडिकल चेकअप और उसकी रिपोर्ट भी जरूरी है।
मठ में 13 घंटे की छानबीन में 13 लोगों से पूछताछ इससे पहले रविवार सुबह 11 बजे से देर रात तक सीबीआई ने अल्लापुर स्थित मठ बाघंबरी गद्दी में छानबीन की। करीब 13 घंटे यह जांच चली। इस दौरान जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरि ने कथित रूप से सुसाइड किया था, उसमें क्राइम सीन का री-क्रिएशन किया। सीबीआई टीम ने नरेंद्र गिरि द्वारा सुसाइड नोट में मठ का उत्तराधिकारी बनाए गए महंत बलवीर गिरि, लेटे हनुमान मंदिर की व्यवस्था देख रहे अमर गिरि, सेवादार बबलू, सुमित और धनंजय समेत मठ में काम करने वाले कुल 13 लोगों से पूछताछ की। कमरे का ताला खुलवाकर महंत के कमरे की एक-एक चीज और कागजों की पड़ताल की। सीबीआई ने महंत की कुछ डायरियों और कागजातों को अपने कब्जे में लिया है।