राजनीतिक सफर व जिम्मेदारी के प्रधान पद पर कार्यरत रहने के साथ आईएएस की तैयारी में सामंजस्य बनाकर वे घर में नहीं बल्कि महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में घंटों बैठकर तैयारी करती हैं। प्रधान शर्मा अन्य छात्राओं के साथ साधारण छात्रा के रूप में बैठकर पढ़ाई करती हैं, ताकि उनकी पढ़ाई अच्छी हो सकें। उनका मकसद है कि इस बार आईएएस मैन में सलेक्ट हों ताकि देश की सेवा में अपनी भागीदारी निभा सकें। राजनीति का क्षेत्र ही अच्छा, मिल रहा अनुभवशर्मा ने बताया कि राजनीति का क्षेत्र भी क1रियर के लिहाज से अच्छा है।
जनता की सेवा करने का मौका मिला है। जनता के बीच जाने व ठेठ अंतिम छोर के व्यक्ति से मिलने का मौका मिला है। मगर वह सीमित दायरे में बंधने की बजाय आईएएस के रूप में देश में सेवा करना चाहतीं हैं। उच्च शिक्षा अजमेर से 25 वर्षीय अन्नू शर्मा व्यवसायी व पूर्व पंचायत समिति सदस्य बालूराम शर्मा की पुत्री हैं। प्रारंभिक शिक्षा रघुनाथगढ़ में ली। दसवीं एवं बारहवीं सावित्री स्कूल अजमेर से उत्तीर्ण की। वहीं बी.कॉम व एम.कॉम सावित्री महाविद्यालय से उत्तीर्ण की। हमेशा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई। योग्यता ने बनाया था प्रधानपंचायतराज चुनावों में दसवीं उत्तीर्ण के साथ आमजन की ओर से शिक्षित व उनकी योग्यताधारी युवक-युवती को चुनाव लड़ाने की पेशकश की गई। ग्रामीणों के आग्रह पर उन्होंने पंचायत समिति सदस्य के रूप में चुनाव लड़ा।
योग्यता व आईएएस परीक्षा उत्तीर्ण होने के चलते प्रधान के रूप में इन्हें चुना गया। जनवरी 2015 में वह 22 वर्ष की आयु में प्रधान बनीं। जयपुर में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी सबसे कम उम्र की प्रधान बनने पर सम्मान किया था। बैठकों, जनसुवाई के मौके के अलावा तैयारीअन्नू पंचायत समिति की बैठकें, जनसुनवाई कार्यक्रमों के साथ प्रमुख कार्यक्रमों में वह पंचायत समिति व क्षेत्र में सक्रिय रहती हैं। मगर वर्तमान में आईएएस परीक्षा की तैयारी के लिए अजमेर में रहकर सार्वजनिक लाइब्रेरी व मदस विवि में बैठकर तैयारी कर रही हैं।