हर्ष ने भेजा पिता को वीडियो यहां जिरौली निवासी भारत चौधरी का पुत्र हर्ष चौधरी चार साल से यूके्रन में एमबीबीएस कर रहा है। युद्ध शुरू होने के साथ ही हर्ष और उसके साथियों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। भारतीय दूतावास से कोई मदद नहीं मिलने के बाद जैसे-तैसे हर्ष और उस जैसे सैकड़ों छात्र रोमानिया सीमा पर पहुंचे हैं। हर्ष ने सोमवार को अपने पिता को वहां के हालात दिखाता वीडियो भेजा है। वीडियो में हर्ष ने बताया कि बर्फबारी और भूख वहां मौजूद छात्रों को और परेशान कर रही है। भारतीय दूतावास से कोई भी जवाब नहीं मिल रहा है। इस बीच सीमा पर सैनिक हवाई फायर कर दहशत फैला रहे हैं। हर्ष के पिता भारत चौधरी ने बताया कि सोमवार को सुबह दस बजे हर्ष से संपर्क हुआ था। उसके बाद कोई समाचार नहीं है। परिवार में सभी लोग दहशत में हैं। ईश्वर और सरकार से बेटे की सलामती की प्रार्थना कर रहे हैं।
रोमानिया तो पहुंचा शिवपाल, पर अब संपर्क नहीं औंडेला रोड स्थित दुर्गा कॉलोनी निवासी चंद्रभान गुर्जर का पुत्र शिवपाल सिंह यूके्रन में दो साल से एमबीबीएस कर रहा है। चन्द्रभान ने बताया कि उनका पुत्र यूके्रन से सीमा पार कर रोमानिया पहुंच गया है लेकिन, उसके बाद से उसका कोई समाचार नहीं है। उन्होंने बताया कि सुबह करीब दस बजे शिवपाल से बात हुई थी। तब उसने बताया था कि वह यूके्रन सीमा पार कर जैसे-तैसे रोमानिया पहुंच गया है। हालांकि इसके बाद से उससे बात नहीं हो पाई है। ऐसे में उनके परिवार को पुत्र की सलामती की चिंता हो रही है। गुर्जर ने बताया कि सरकार की ओर से भी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पा रहा है।
रोमानिया बॉर्डर पर रो रहा कुलदीप, मां ईश्वर के आगे यहां रीको आवासीय कॉलोनी निवासी पूरनचंद शर्मा का पुत्र कुलदीप शर्मा पिछले साल ही एमबीबीएस करने यूके्रन गया था। शर्मा ने बताया कि रविवार दोपहर को कुलदीप से बात हुई थी। तब उसने बताया था कि वह अपने कई साथियों के साथ रोमानिया सीमा पर है। बर्फबारी और भूख से उसका और उसके साथियों का बुरा हाल था। तब कुलदीप ने रोते हुए बात की थी। तभी से उसकी मां का भी रो-रो कर बुरा हाल है। रविवार से ही उसकी मां मंदिर के आगे बैठी हुई है। शर्मा ने बताया कि रविवार दोपहर के बाद से कुलदीप से उनका कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
इनका कहना है केन्द्र और राज्य सरकार यूके्रन में फंसे बच्चों को लेकर हरसंभव प्रयास कर रही हैं। धौलपुर के बच्चों के विषय में प्रमुख सचिव गृह को अवगत कराया गया है। जिला प्रशासन की पूरी संवेदना बच्चों और उनके परिजन के साथ है।
– राकेश कुमार जायसवाल, जिला कलक्टर, धौलपुर