अजमेर के एसपीसी-जीसीए, लॉ कॉलेज, दयानंद कॉलेज, राजकीय कन्या महाविद्यालय, महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय सहित ब्यावर के सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय, पुष्कर के राजकीय महाविद्यालय, किशनगढ़ के आर. के. पाटनी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कन्या महाविद्यालय, अग्रवाल कॉलेज, केकड़ी, सरवाड़, नसीराबाद के राजकीय गोविंद सिंह गुर्जर महाविद्यालय और अन्य संस्थाओं मेंं सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक मतदान हुआ।
सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय के बाहर छात्र संगठनों के कार्यकर्ता, समर्थक नारेबाजी करते रहे। कई बार छात्रों में भिड़ंत होते-होते बची। पुलिस ने डंडे फटाकर कर छात्रों को खदेड़ा। आठ हजार विद्यार्थियों वाले एसपीसी-जीसीए के बाहर माहौल गर्म रहा। यहां भी परस्पर नारेबाजी और तनातनी पर पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा।
मतदाताओं को लाने के लिए वाहन दौड़ाने के अलावा सडक़ों पर पेम्पलेट उछाले गए। मतदाताओं की बाड़ेबंदी, शिविर लगाकर भोजन कराए गए। सभी कॉलेज के बाहर नारेबाजी, शक्ति प्रदर्शन का दौर चला। जिले के सभी कॉलेज और एमडीएस विश्वविद्यालय में चुनाव के बाद मतपेटियां और ओएमआरशीट पुलिस थानों-कोषागार में सुरक्षित रखवाई गई।
प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में कैद जबरदस्त नारेबाजी, उत्साह और जोश, ढोल-ढमाकों के नाचते हुए शुक्रवार को छात्रसंघ चुनाव में युवाओं ने मतदान किया। सभी संस्थाओं में प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में कैद हो गया। कॉलेज सहित महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से हुआ। प्रत्याशियों-कार्यकर्ताओं और छात्र संगठनों के बीच परस्पर नारेबाजी, नाराजगी और तनातनी नजर आई। छात्रनेता कई बार आमने-सामने हुए, लेकिन पुलिस ने उन्हें तत्काल खदेड़ दिया।
सुबह से ही सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय, राजकीय कन्या महाविद्यालय, लॉ कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, दयानंद कॉलेज और महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के बाहर विद्यार्थियों की आवाजाही शुरू हो गई। एनएसयूआई, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता, पदाधिकारी, प्रत्याशी और विद्यार्थी सडक़ों पर जुट गए। शुरुआत में मतदान की रफ्तार धीमी रही। इससे छात्र संगठन, प्रत्याशी और कार्यकर्ता चिंतित दिखे। सभी संस्थाओं में नौजवानों ने दौड़ते-भागते हुए वोट डाले।
कोषालय-थानों में रखवाई पेटियां चुनाव के बाद राजकीय महाविद्यालय, लॉ कॉलेज, राजकीय कन्या महाविद्यालय और अन्य संस्थाओं ने मतपेटियों को जिला कोषालय अथवा पुलिस थानों में रखवाया। मतपेटियां, चाबी और संबंधित दस्तावेजों को भी जमा कराया। एमडीएस यूनिवर्सिटी ने भी ओएमआर शीट (मतपत्र) सिविल लाइन्स थाने के हवाले किए। अब 11 सितम्बर को मतपेटियां मतगणना के लिए कॉलेज और विश्वविद्यालय में भिजवाई जाएंगी। पेटियों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।