जानकारी के मुताबिक एसओजी की टीम आज दोपहर आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राईका, उसके बेटे देवेश राईका, बेटी शोभा राईका और बाबूलाल कटारा को कड़ी सुरक्षा की बीच जयपुर से अजमेर लाया गया। जहां से सभी आरोपियों को आरपीएससी कार्यालय ले जाया गया। यहां चारों आरोपियों से आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जा रही है। ऐसे में शाम तक कई राज खुलने के बाद और भी गिरफ्तारियां हो सकती है।
कटारा के सीलबंद चैंबर को पुनः खुलवाया
सूत्रों के अनुसार बाबूलाल कटारा के सीलबंद चैंबर को पुनः खुलवाया गया है। अजमेर एसडीएम की मौजूदगी में कमरा खुलवाया गया है। वहीं, आरपीएससी के बाहर सिविल लाइन थाना पुलिस भी तैनात की गई है। बता दें कि चारों आरोपी 10 सितंबर तक एसओजी के रिमांड पर है और कोर्ट में पेशी से एक दिन पहले अजमेर में पूछताछ के लिए लाया गया है।
10 सितंबर तक रिमांड पर चारों आरोपी
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा, रामूराम राईका, देवेश राईका और शोभा राईका 10 सितंबर तक रिमांड पर चल रहे है। ऐसे में लगातार इन लोगों से पूछताछ की जा रही है। वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में कटारा पहले से ही जेल में बंद था। एसओजी ने प्रोडक्शन वारंट पर उसे एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था। वहीं, देवेश राईका और शोभा राईका की गिरफ्तारी के बाद पिता रामूराम राईका को एसओजी ने लंबी पूछताछ के बाद अरेस्ट किया था। आरोप है कि पिता रामूराम राईका ने ही बेटे और बेटी को परीक्षा से सात दिन पहले ही सॉल्वड पेपर दिया था।