नगर निगम कर रहा है कामअजमेर में सीवरेज का कार्य स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम की ओर से करवाया जा रहा है। लेकिन पिछले तीन सालों में जिस रफ्तार से काम हुआ उसके अनुपात में घरों के सीवरेज कनेक्शन नहीं हो सके। काम में देरी से ना केवल लागत बढ़ रही है, बल्कि सड़कों की बार-बार खुदाई, निर्माण से करोड़ों रुपए व्यर्थ खर्च हो रहे हैं।
यह फैक्ट फाइल 160 करोड़ रुपए का सीवरेज प्रोजेक्ट42 हजार कनेक्शन करने हैं अजमेर शहर में 9 हजार कनेक्शन हुए अब तक167 किमी की शहर में लाइन बिछाना प्रस्तावित 112 किमी लाइन अजमेर उत्तर विस क्षेत्र में बिछाई जानी है82 किमी बिछी है लाइन
55 किमी लाइन अजमेर-दक्षिण विस क्षेत्र में प्रस्तावित47 किमी लाइन का कार्य पूर्ण यह आ रही है परेशानी – पुरानी लाइनें मिसिंग हैं।-सीवरेज लाइनों के नीचे पानी, बिजली, टेलीफोन लाइनों का जाल।
-पुरानी लाइनों के सीवरेज लाइन कवर सड़क निर्माण से दब गए। इन पॉइंट पर काम दुश्वार -बांडी नदी के दोनों छोर से क्रॉसिंग को जोड़ना।-चौधरी कॉलोनी, रातीडांग में नीचे से ऊपर तक चट्टान।
-नसीराबाद रोड पर आड़ी पुलिया की क्रॉसिंग जोड़ना।-आरके पुरम चौराहा में लाइन की गहराई होने से इसे जोड़ने में परेशानी बजट की हो सकती है कमी सीवरेज कार्य में देरी के साथ ही कार्य की लागत भी बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में बजट की कमी भी पड़ सकती है। सीवरेज कार्य में गति लाने से लागत कम हो सकती है।
इनका कहना है सीवरेज की अधिकांश लाइनें बिछ गई हैं। मार्च-2023 तक अधिकांश कनेक्शन होने की संभावना है। कुछ जगह अंदरुनी रॉक आने से भी समय अधिक लग रहा है। ओमप्रकाश साहू, एक्सईएन नगर निगम
सीवरेज का पिछले तीन साल में काम तेजी से बढ़ा है। लाइनें जुड़ने के साथ जल्द कनेक्शन में गति आ जाएगी। अरविन्द यादव, अधीक्षण अभियंता. संभाग प्रभारी सीवरेज लाइन का कार्य नगर निगम की ओर से किया जा रहा है। लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। सीवरेज के कनेक्शन के लिए आगे आएं।
रविकांत शर्मा, जेईएन स्मार्टसिटी