राजस्थान लोक सेवा आयोग ने बीते वर्ष 2 सितंबर को प्रधानाध्यापक प्रतियोगी परीक्षा-2018 कराई थी। परीक्षा के लिए आयोग को करीब 87 हजार 596 आवेदन मिले थे। आयोग ने 1200 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा कराई थी। इसकी पहली पारी में 72 हजार 049 और दूसरी पारी में 71 हजार 854 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। प्रदेश के हजारों अभ्यर्थियों को नौ महीने से परीक्षा परिणाम का इंतजार है। परिणाम जारी करने को लेकर पिछले महीने अभ्यर्थियों ने आयोग के समीप धरना भी दिया था।
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rpsc: इंटरव्यू में मिलेंगी सुविधाएं, अभ्यर्थी भी रह जाएंगे हैरान पुलिस उप निरीक्षक परीक्षा आयोग ने पिछले साल 7 अक्टूबर को उपनिरीक्षक पुलिस प्रतियोगी परीक्षा कराई थी। इसकी उत्तर कुंजी जारी कर अभ्यर्थियों से आपत्तियां मांगी जा चुकी हैं। अभ्यर्थियों को आपत्तियों के निस्तारण और परिणाम का इंतजार है। इस परीक्षा में 4 लाख 69 हजार 488 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। दोनों पारियों में 1.99 लाख अभ्यर्थी ही परीक्षा में शामिल हुए थे।
हो रही आयोग-सरकार की किरकिरी परिणाम जारी नहीं होने से आयोग और सरकार की किरकिरी हो रही है। अव्वल तो प्रधानाध्यापक, पुलिस उप निरीक्षक और अन्य भर्तियों में विलंब हो रहा है। तिस पर अन्य परीक्षा परीक्षा परिणाम पर भी इसका असर पड़ रहा है। हालांकि अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने परिणाम जल्दी जारी करने के लिए खास निर्देश दिए हैं।