भर्ती प्रक्रिया में सुधार के लिए 2021 में पूर्व आईपीएस एम. एल. कुमावत की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई। कमेटी ने परीक्षा-साक्षात्कार के दौरान कोई संशोधन नहीं करने, अनुभव, योग्यता, समकक्षता की रिपोर्ट तुरंत भेजने, अभ्यर्थना के साथ पाठ्यक्रम, पद और आरक्षण संबंधित सूचना समय पर भेजने तथा परीक्षा, साक्षात्कार प्रक्रिया 9 से 12 महीने में पूरी करने की सिफारिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है।
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सबसे पहले तो कार्मिक विभाग से अभ्यर्थनाएं समय पर मिलें। इसके बाद आयोग त्वरित आवेदन लेकर तय तिथि पर परीक्षा, साक्षात्कार कराए। पेपर में न्यूनतम तकनीकी त्रुटियां, कोर्ट केस में कमी से ही भर्तियां त्वरित हो सकती हैं।- डॉ. शिवसिंह राठौड़, पूर्व अध्यक्ष, आरपीएससी
यह परेशानियां
30 प्रतिशत अभ्यर्थी हो रहे हर साल ओवरएज
प्रश्नों को लेकर छह महीने से 1 साल तक कोर्ट में विवाद
नौकरियों में 2 से 3 साल की हो रही देरी
भर्ती अभ्यर्थनाएं 2 से 4 साल में हो रही पूरी
यह होना चाहिए
कार्मिक विभाग अभ्यर्थना के साथ जारी करे पाठ्यक्रम-स्कीम
कलैंडर के तय समयानुसार हो भर्ती परीक्षा
तय अवधि में साक्षात्कार और निकले परिणाम
ईडी की पूछताछ में मीणा ने किया बड़े नामों का खुलासा, ऐसे निकाले थे एग्जाम पेपर
इनसे हुई छवि खराब
1998-99 में आरएएस का पेपर लीक
2018 में वरिष्ठ अध्यापक हिंदी का पेपर वायरल
2021 में आरएएस के साक्षात्कार के दौरान घूसकांड
2022 में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती के तीन पेपर लीक
अमूमन भर्तियों में दो से चार साल लग रहे हैं। कभी पेपर लीक तो कभी कोर्ट केस में भर्तियां अटक रही हैं। आयोग की भर्तियों से अभ्यर्थियों का मोहभंग हो रहा है।- दिनेश चौधरी, अभ्यर्थी