10 मिनट करें इंतजार जाखड़ ने बताया कि बिजली जाते ही लोग फोन ना करे, कम से कम दस मिनट तक इंतजार करे, क्योंकि बारिश के मौसम में फॉल्ट या कोई अन्य दुविधा आने पर ही बिजली आपूर्ति बाधित होती है।
ऐसे बचाएं जीवन कोई व्यक्ति करंट की गिरफ्त में हो तो तुरंत उसे बचाने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है। सबसे पहले अपने आपको किसी सूखी जगह पर रखें। जूते पहनने के बाद किसी इंसुलेटेड डंडे से व्यक्ति को छुड़ाने का प्रयास करें।
हादसे से बचने के लिए रखें यह सावधानियां - विद्युत पोल को छूने से बचें, बिजली के खंभों से अपने मवेशियों को ना बांधें।
- बिजली लाइनों के नीचे कोई भी प्रोग्राम ना करें।
- नए भवनों से बिजली लाइनों की उचित दूरी बनाए रखें।
- खेत की मेड़ पर लगे बिजली खंभे से उचित दूरी रख कर ही जुताई करें।
- बिजली खंभे पर स्पार्किंग हो रही हैं तो तुरंत विद्युत विभाग को सूचना दें।
- बारिश में गिरे विद्युत पोल पर तेज स्पार्क होने पर पास जाने से बचे।
- जिस पेड़ के निकट से विद्युत लाइन गुजर रही है उस पर ना चढ़ें।
- ट्रांसफार्मर, लाइनों पर डंडे से या किसी और चीज से कुंडी नहीं डाले।
- हेवी लाइनों पर रिसाव से व ग्राउंड होने से बड़ा हादसा हो सकता है।
- बड़े वाहन की छत पर यात्रा न करें।
- बारिश की वजह से लाइन ढीली पड़ गई हो या सड़क के उपर से नीची हो तो विभाग को सूचित करें।
- घर के अंदर बिजली फिटिंग में अर्थिंग कर सारे उपकरण को उससे जोड़ें।
- तार टूटा नजर आने पर तुरंत स्थानीय फीडर इंचार्ज, कनिष्ठ, सहायक, अधिशासी अभियंता या विद्युत विभाग के टोल फ्री नंबर 18001806565 पर सूचना दें।