थानाप्रभारी दिनेश जीवनानी ने बताया कि डॉ. पिंगोलिया ने शिकायत में बताया कि उनके कार्यालय से जारी विकलांगता प्रमाण पत्र पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं। उन्होंने बताया कि विकलांगता प्रमाण-पत्र की प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती है। दिव्यांग ई-मित्र के जरिए आवेदन करता है फिर कार्यालय से जांच के बाद चिकित्सालय की अनुशंसा के बाद प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
फर्जी सीएमएचओ को हस्ताक्षर
उन्होंने बताया कि 3 जून को 5 और 4 जून को 3 दिव्यांग को प्रमाण पत्र जारी किए गए। इन पर उनके फर्जी नाम व हस्ताक्षर किए गए। प्रमाण पत्र पर उसके नाम व पद के आगे प्रकाशचन्द सैनी, गोपाल गुप्ता, हरिओम सैनी, रामजीलाल अंकित है।
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इनको जारी किए प्रमाण पत्र
उन्होंने बताया कि 3 व 4 जून को ना तो एसएसओ आईडी का इस्तेमाल किया ना कोई प्रमाण पत्र जारी किया। इसके बावजूद रामलाल रेगर, नाथूलाल, इन्द्रादेवी, विनोद कुमार माली, प्रकाशचन्द सैनी, मौसमी देवी, दिलखुश माली, दिनेश कुमार मीणा को प्रमाण पत्र जारी कर दिया।
जुआ खेलते पांच को पकड़ा
अजमेर. दरगाह थाना पुलिस ने बुधवार रात अन्दर कोट इलाके में दबिश देकर पांच जनों को ताशपत्ती से जुआ खेलते पकड़ा। पुलिस ने यहां ताशपती जोड़ी के साथ साथ 23 हजार 760 रुपए की रकम जब्त की। पुलिस ने जुआ एक्ट में प्रकरण दर्ज किया।
पुलिस के अनुसार अन्दर कोट त्रिपोलिया गेट यादगार गेस्ट हाउस के पीछे साबरी गली में ताशपत्ती से जुआ खेल रहे हिन्दू मोची मोहल्ला निवासी मकसूद, ढाई दिन का झोपड़ा निवासी रहीस अहमद, प. बंगाल मालदा हाल झालरा निवासी जावेद आलम, शोरग्रान मोहल्ला बड़ी हताई निवासी परवेज, रुकमुद्दीन, त्रिपोलिया गेट साबरी गली निवासी जमील अहमद को पकड़ा।