मामला अजमेर जिले में अविवाहित युवकों को शादी का सब्जबाग दिखाकर मोटी रकम वसूलने वाले गिरोह से जुड़ा है। पड़ताल में आया कि 15 अक्टूबर दोपहर महिला एएनएम इन्द्रा खेतावत, पवन कुमावत समेत अन्य लोग नाबालिग विवाहिता व उसकी बच्ची को पीसांगन थाने लेकर पहुंचे। थाने में बताया गया कि उक्त नाबालिग विवाहिता को कार में जबरदस्ती दो युवक व दो महिलाएं लेकर जा रहे थे। वह मौका पाकर कार से बच्ची को लेकर उतर गई। कार से उतरने के बाद उसने चिल्लाते हुए मदद की गुहार लगाई। ग्रामीणों ने कार को रुकवा लिया। उन्होंने कार सवारों को पकडकर थाने पहुंचाया। पुलिस ने प्रकरण में अजमेर निवासी भरत उर्फ मनोज व डेगाना निवासी असलम को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
बिहार छोड़ने का झांसा देकर ट्रेन से उतारा
नाबालिग ने पुलिस को बताया कि वह बिहार जहानाबाद से है। उसकी शादी हो चुकी है। वह अनपढ़ है। गोद में उसकी एक साल की पुत्री है। वह तीन माह पहले पति व सास के साथ जयपुर में मजदूरी करने आई थी। जयपुर सिरसी गांव में रहकर मजदूरी करते थे। मां की तबीयत खराब होने के कारण दशहरा से एक दिन पहले पति ने उसको जयपुर से बिहार, गया जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया। ट्रेन में उसे पूजा नामक महिला मिली। उसने खुद को बिहार पटना की बताकर उसको घर पहुंचाने की बात कही। वह पूजा के झांसे में आ गई। उसने उसे हरियाणा में ट्रेन से उतार लिया। पूजा ने उसे रानी से मिलवाया। दोनों ने उसे हरियाणा में एक होटल में रखा। फिर ट्रेन से पूजा उर्फ कंचन व रानी उसे अजमेर लेकर आ गई। उसे दो दिन अजमेर में होटल के कमरे में रखा। पूजा व रानी से होटल में असलम व भरत नामक युवक मिलने आते थे।
कार में घुमाते रहे भूखा-प्यासा
पीडि़ता ने बयान में बताया कि 15 अक्टूबर को पूजा उर्फ कंचन स्वयं की शादी की कहकर होटल से निकले। उसने पूजा से पूछा कि तुम्हारे तो बच्चे हैं तो उसने कहा कि यह हमारा धंधा है। गाडी में पूजा, रानी, असलम व चालक भरत लड़कियों को लाने व बेचने, शादी करवाने की बातें कर रहे थे। आरोपी सुबह से उसे भूखा, प्यासा घुमा रहे थे। उन्होंने एक महिला के साथ मारपीट भी की। पूजा व रानी गांव छोडने का झांसा देकर उसको घूमाती रही। फिर उसे अपने साथ गलत होने का शक हुआ। किसर तरह बहाने से उसने कार रूकवाई। वह बच्ची को लेकर गाडी से उतरी और पास खडे लोगों के पास चली गई। कार में बैठे लोगों को सच बताते हुए बचाने व पुलिस को सूचित करने के लिए कहा। पूजा व रानी पीछे आईं तो उसने शोर मचा दिया। यहां जुटे लोगों ने कार रोक ली।
मोबाइल नम्बर नहीं है याद
नाबालिग ने अपने बयानों में बताया कि वह बिहार अपने माता-पिता के पास जाना चाहती है। उसको अपने परिजन के मोबाइल नम्बर याद नहीं है। सीडब्ल्यूसी ने नाबालिग व उसकी बच्ची की देखभाल और सुरक्षा के लिए नारीशाला में भेजा है। वहीं पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा से प्रकरण में गिरोह के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के लिए लिखा है।
इनका कहना है…
पीसांगन थाना क्षेत्र से नाबालिग विवाहिता व उसकी एक साल की बेटी को बेचने के प्रयास का मामला आया है। विवाहिता को नारीशाला में आश्रय दिलाया है। प्रकरण सीधे बाल तस्करी से जुड़ा है। पुलिस अधीक्षक को प्रकरण दर्जकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है। अंजली शर्मा, अध्यक्ष सीडब्ल्यूसी अजमेर नाबालिग व उसकी बच्ची को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया था। उसको नारीशाला भेजा गया है। बयान और उम्र का मेडिकल करवाने के बाद प्रकरण में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विक्रमसिंह सेवावत, थानाप्रभारी पीसांगन अजमेर