सफेद चिटठी के अनुसार 334 ऊंट पालकों के बीच ऊंटों का क्रय-विक्रय के लिए 88 लाख 10 हजार 650 रुपए तथा अश्व पालकों के बीच 761 अश्ववंश का 7 करोड़ 27 लाख 81 हजार 260 का क्रय-विक्रय हुआ। कुल क्रय-विक्रय 8 करोड 15 लाख 91 हजार 910 रुपए का हुआ। रवन्ना से विभाग को 10 हजार 818 रुपए की आय हुई। अधिकतम 51 हजार रुपए में ऊंट बिका। अश्ववंश में 5 लाख 11 हजार रुपए की अधिकतम बोली में घोड़ी बिकी।
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रंग-बिरंगी पोशाक में सजा ऊंट
गुरुवार को मेला स्टेडियम में राजस्थानी रंग-बिरंगी कांच युक्त लटकती झालर से सजे ऊंटों ने धोरों की शान में चार चांद लगा दिए। एक-एक करके आस-पास के 6 पशुपालक अपने ऊंटों को रंग- बिरंगी सजावट कर लाए तथा आयोजन स्थल पर दर्शकों के सामने प्रदर्शन किया। इनमें नाला क्षेत्र के रमेश की ऊंट. की सजावट आकर्षक रही।